पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सात से नौ दिसंबर के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी तथा निचले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।  
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पश्चिमी हिमालयी व उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम का मिजाज बदलेगा पश्चिमी विक्षोभ, बारिश-बर्फबारी के आसार

कम दबाव व चक्रवाती प्रसार की वजह से आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

Dayanidhi

देश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है। हालांकि मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर सात दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी इलाकों और आठ दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों के मौसम के मिजाज को बदलने के आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सात से नौ दिसंबर के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी तथा निचले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। वहीं आठ दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हो सकता है, जबकि उससे सटे मैदानी इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है

जबकि देश के अन्य हिस्सों में मौसमी बदलाव की बात करें तो, मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वी मध्य अरब सागर और उससे सटे तटीय कर्नाटक पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। अगले दो दिनों के दौरान इसके पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। वहीं अगले 12 घंटों तक इसकी तीव्रता बनी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना जताई गई है।

उपरोक्त कम दबाव व चक्रवाती प्रसार की वजह से आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस और मध्य भारत, गुजरात, महाराष्ट्र और भारत के पूर्वी हिस्सों में न्यूनतम तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

वहीं, तेलंगाना, ओडिशा, पंजाब और महाराष्ट्र के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर बना हुआ है। जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर बना हुआ है।

पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। जबकि हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश और केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है।

तापमान में गिरावट की बात करें तो असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -3 डिग्री से -1 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट के हवाले से कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत तथा महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, हालांकि उसके बाद के तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

अगले तीन दिनों के दौरान गुजरात में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस गिरावट आने का पूर्वानुमान लगाया गया है। विभाग ने कहा है कि अगले चार से पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के बठिंडा में न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में मौसमी बदलाव देखें तो, यहां सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से 10 किमी प्रति घंटे से भी कम की रफ्तार से सतही हवाओं के चलने की संभावना है।

सुबह के समय धुंध छाए रहने के आसार हैं। दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के बढ़कर 16 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। शाम और रात होते-होते उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार घटकर 10 किमी प्रति घंटे से कम होने के आसार हैं, जिसके चलते शाम व रात के समय धुंध छाए रहने की आशंका जताई गई है

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

आज सुबह, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा रिकॉर्ड किया गया। कोहरे के चलते देश के कई हिस्सों में दृश्यता में कमी दर्ज की गई, इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाबतपुर में दृश्यता 200 मीटर, गोरखपुर और प्रयागराज प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, बिहार के भागलपुर में दृश्यता 200 मीटर, पूर्णिया में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंडन में दृश्यता 500 मीटर रही।

समुद्र में हलचल

एक बार फिर कम दबाव के चलते समुद्री इलाकों में हलचल मचने लगी है, मौसम विभाग की मानें तो आज, लक्षद्वीप के इलाकों तथा इससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर, पूर्व-मध्य अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, तीन दिसंबर को केरल और माहे के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, तीन दिसंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर में 4 सेमी, केरल और माहे के कन्नूर में 3 सेमी तथा रायलसीमा के नंद्याल 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।