उत्तर और मध्य भारत में ठंड व शीतलहर का प्रकोप, कई राज्यों में तापमान सामान्य से नीचे, कोहरा और प्रदूषण की स्थिति गंभीर।
मध्य भारत में अगले चार दिनों में तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी की संभावना, लेकिन कुछ क्षेत्रों में शीतलहर जारी रहेगी।
मनाली व पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के आसार, जिससे आसपास के राज्यों में ठंड और तेज हो सकती है।
दक्षिण भारत में कम दबाव और चक्रवाती गतिविधियों के कारण भारी बारिश, अंडमान-निकोबार, तमिलनाडु और केरल में येलो अलर्ट।
देश में मौसम अत्यधिक अस्थिर, कहीं बारिश, कहीं ठंड, कहीं तापमान में उतार-चढ़ाव,लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह।
देश के अधिकतर इलाकों में नवंबर का महीना मौसम के बड़े बदलाव लेकर आया है। जहां एक ओर उत्तर भारत में ठंड और कोहरा बढ़ रहा है, वहीं दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में बारिश और कम दबाव सक्रिय है। मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी जा रही है, लेकिन कुछ हिस्सों में शीतलहर से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 20 नवंबर को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, आने वाले चार दिनों में मध्य भारत के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। इसके बाद तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। यह बढ़ोतरी ठंड के प्रकोप को कुछ हद तक कम कर सकती है, लेकिन इससे पहले कई राज्यों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी।
महाराष्ट्र में भी अगले चार दिनों तक रात के तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी होने के आसार हैं, जबकि गुजरात में अगले तीन दिनों तक दो से तीन डिग्री तक वृद्धि होने का अनुमान है। हालांकि इसके बाद तापमान के स्थिर बने रहने की संभावना जताई गई है।
उत्तर पश्चिम भारत: स्थिर तापमान, लेकिन ठंड जारी
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में अगले पांच से छह दिनों तक किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसका मतलब है कि वर्तमान ठंड और कोहरा कुछ दिनों और बना रहेगा। दिल्ली-एनसीआर में ठंड तेज हो चुकी है और कोहरा अब प्रदूषण के साथ मिलकर लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है।
दिल्ली में 19 नवंबर को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा अधिक है, लेकिन न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सीजन की औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह से ही राजधानी कोहरे और भारी प्रदूषण की चपेट में है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है, जिससे सांस की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के मनाली में आज बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। बर्फबारी के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं, जिससे सर्दी के और बढ़ने के आसार हैं। पर्यटन की दृष्टि से यह अच्छी खबर है, लेकिन आसपास के राज्यों में ठंड और तेज हो सकती है, जिससे आम लोगों को मुश्किलें बढ़ेंगी।
उत्तराखंड में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। बारिश न होने से सूखी ठंड का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। बच्चों और बुजुर्गों में खांसी, जुकाम, बुखार और सांस संबंधी बीमारियों की संख्या बढ़ रही है। हड्डी और गठिया से परेशान लोगों को भी दर्द में बढ़ोतरी महसूस हो रही है।
कहां-कहां चलेगी शीतलहर?
मौसम विभाग की मानें तो आज, 20 नवंबर को पश्चिम मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हाड़ कपांने वाली शीतलहर चलने की आशंका है। जबकि कल, यानी 21 नवंबर को भी कुछ हिस्सों में हल्की शीतलहर जारी रह सकती है।
वहीं आज, 20 नवंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी शीतलहर चलने का अंदेशा जताया गया है। ठंडी हवाओं के कारण इन राज्यों में रात और सुबह के समय तापमान काफी नीचे जा सकता है। लोगों को पर्याप्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पूर्वी भारत में तापमान में हल्की बढ़ोतरी
पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों के भीतर न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके बाद तापमान स्थिर रहेगा और बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इससे ठंड की तीव्रता में मामूली कमी आ सकती है।
आज तड़के पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में हल्का कोहरा छाया रहा जिसके कारण इन राज्यों के कई हिस्सों में दृश्यता घटी। इससे यातायात पर मामूली प्रभाव पड़ा।
दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी
दक्षिण भारत के समुद्री इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। लक्षद्वीप और मालदीव क्षेत्र में बना कम दबाव (लो-प्रेशर एरिया) के अगले 24 घंटों में धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के असर हैं।
इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती प्रसार भी सक्रिय है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण तमिलनाडु, केरल और आसपास के द्वीपीय इलाकों में अच्छी बारिश हो सकती है।
वहीं आज, यानी 20 नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।
जबकि, अंडमान और निकोबार में बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने का भी अंदेशा जताया गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी वज्रपात होने की चेतावनी जारी की गई है।
देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम तेजी से बदल रहा है। जहां उत्तर और मध्य भारत ठंड और शीतलहर का सामना कर रहे हैं, वहीं दक्षिण भारत में बारिश और बादलों का असर दिख रहा है। आने वाले दिनों में तापमान में हल्की बढ़ोतरी के बावजूद कई क्षेत्रों में ठंड का असर बना रहेगा। लोगों को कोहरे, ठंड, बारिश और प्रदूषण इन सभी से सावधान रहने की आवश्यकता है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 19 नवंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 19 नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के ज्यादातर इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 19 नवंबर, 2025 को लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 7 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 3 सेमी, केरल और माहे के कन्नानोर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।