देश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है, कुछ हिस्सों में पारे में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुखी सर्दी के चलते लोगों सहित फसलों पर भी इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने कहा है कि आठ दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों के मौसम में बदलाव करने का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आठ और नौ दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के ऊंचाई वाले हिस्सों में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। वहीं पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
उत्तराखंड में काफी अरसे से मौसम शुष्क बना हुआ है। आठ दिसंबर से सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के चलते अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात होने का पूर्वानुमान है और कुछ हिस्सों में बारिश भी हो सकती है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, सात दिसंबर से उत्तराखंड में पश्चिमी हवाओं का असर दिख सकता है। आठ और नौ दिसंबर को राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों बर्फबारी हो सकती है। जबकि आज यानी छह दिसंबर को राज्य के अधिकतर इलाकों में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान लगाया गया है।
कश्मीर में कुछ दिन पहले हुई बर्फबारी के चलते शीतलहर बढ़ गई है, अधिकतर जनपदों में रात का तापमान शून्य डिग्री से नीचे दर्ज किया जा रहा है। इससे सटे मैदानी इलाकों में सुबह कोहरे की चादर देखी जा रही है। जम्मू में भी रात में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के द्वारा भी आठ और नौ दिसंबर को राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
दिल्ली और एनसीआर में सुबह सर्दी महसूस की जा रही है, यहां न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट रिकॉर्ड की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 25 से 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान आठ से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा और अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
दिल्ली और एनसीआर में आज आसमान साफ रहेगा। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। देश की राजधानी और इससे सटे इलाकों में सुबह के समय धुंध छाए रहने की आशंका जताई गई है।
राजधानी दिल्ली में दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार बढ़ कर 14 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। शाम और रात होते-होते उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के छह किमी प्रति घंटे से कम होने के आसार हैं, जिसके चलते शाम और रात में धुंध छाए रहने का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट के हवाले से कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।
इसी दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है तथा उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार जताए गए हैं। विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, कोंकण और गोवा के टी.बी.आई.ए. में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
देश के अलग-अलग हिस्सों में कोहरा छाने की बात करें तो सात से 10 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार जताए गए हैं।
वहीं आज सुबह बिहार के अलग-अलग इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा, जिसकी वजह से बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर और भागलपुर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कहां होगी गरज के साथ बारिश तथा कहां गिरेगी बिजली?
देश के अन्य हिस्सों में मौसमी बदलाव संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो, पूर्व मध्य और इससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बना कम दबाव व इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार अब दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उसके आसपास के क्षेत्रों में जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच दिसंबर को छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, पांच दिसंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के ओंगोल में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।