उत्तराखंड व हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और हल्की से मध्यम बारिश के आसार 
मौसम

दक्षिण में भीषण बारिश का रेड अलर्ट, उत्तराखंड व हिमाचल के पहाड़ों पर बर्फबारी

पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से उत्तराखंड व हिमाचल के कई जनपदों में बारिश और ऊंचे इलाकों में हिमपात का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

🔴 तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में भयंकर बारिश का रेड अलर्ट, 204.5 मिमी से अधिक बारिश के आसार

🟠 आंध्र प्रदेश, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश

🟡 अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप में भारी बारिश का येलो अलर्ट, 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल

❄️ उत्तराखंड व हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और हल्की से मध्यम बारिश के आसार

🌫️ दिल्ली-एनसीआर में कोहरा, धुंध और प्रदूषण का खतरा

भारत के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ले ली है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 22 अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में दो अलग-अलग कम दबाव वाले क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) सक्रिय हैं। इनके कारण दक्षिण भारत, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और कुछ अन्य क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है।

बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र श्रीलंका के उत्तर तट के पास स्थित था। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आज, 22 अक्टूबर की दोपहर तक डिप्रेशन में बदलने का पूर्वानुमान है। यह तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ सकता है और अगले 24 घंटों में और अधिक तीव्र हो सकता है।

वहीं अरब सागर में दूसरा कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी अरब सागर से धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है और अगले 24 घंटों में इसके भी डिप्रेशन में तब्दील होने के आसार हैं। अन्य मौसमी गतिविधियों के बात करें तो अंडमान सागर और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है

भारी से बहुत भारी व भीषण बारिश और आंधी-तूफान का पूर्वानुमान

उपरोक्त कम दबाव के चलते आज, 22 अक्टूबर, 2025 को केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 204.5 मिमी से ज्यादा पानी बरस सकता है।

वहीं आज, आंध्र प्रदेश, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग की मानें तो मौसमी गतिविधियों का असर अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में भी दिखाई देगा। यहां विभाग ने बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है।

कहां है आंधी-तूफान और बिजली गिरने का अंदेशा?

बारिश के साथ-साथ अंडमान और निकोबार में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात होने के भी आसार हैं। वहीं आज, केरल और माहे, कर्नाटक, लक्षद्वीप, ओडिशा और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

उत्तराखंड में काफी दिनों तक मौसम के शुष्क रहने के बाद आज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से प्रदेश के कई जनपदों में बारिश और ऊंचे इलाकों में हिमपात होने का पूर्वानुमान है।

आज, यानी 22 अक्टूबर, 2025 को उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों में गरज के साथ हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। जबकि बाकी जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है। इस साल ला लीना के असर के चलते सर्दी जल्दी शुरू हो गई है।

हिमाचल प्रदेश में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। 21 अक्टूबर की रात से ही प्रदेश के कई इलाकों में बादल छाने और बिजली गिरने के साथ देर रात से बारिश शुरू हो गई है। कुल्लू, मनाली, लाहौल-स्पीति सहित इनसे सटे इलाकों में मौसम का मिजाज बदल गया है। राज्य के कुछ हिस्सों में हुई बारिश के चलते पारा लुढ़क गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक, 22 और 23 अक्टूबर को भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है।

राष्ट्रीय राजधानी और इससे सटे एनसीआर में मौसमी बदलाव देखें तो, कई जगहों पर आज सुबह के समय घना कोहरा देखने मिला। दिल्ली में आज बादल छाए रहने का भी पूर्वानुमान है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में हवा खराब होती जा रही है। दिल्ली-एनसीआर में हवाओं की गति रुकी हुई है जिसकी वजह से लगातार हवा जहरीली होती जा रही है। हालांकि आज, दिन में पांच से 10 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने का अनुमान है, जिससे प्रदूषण से कुछ राहत मिल सकती है।

पिछले 24 घंटे के दौरान दिल्ली-एनसीआर में खराब हवा के लिए रेड अलर्ट, जबकि प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। वहीं आज, शहर में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान के 22 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।

दक्षिण भारत के किसानों के लिए सुझाव

मौसम विभाग ने मौसम के बिगड़ते रुख को देखते हुए किसानों को सतर्क रहने और उचित कदम उठाने की सलाह दी है। विभाग ने तमिलनाडु और केरल में धान और मूंगफली की फसल को सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी है। साथ ही धान, कपास, मक्का, उड़द, सब्जियां, नारियल, केला और काली मिर्च की फसलों से अतिरिक्त पानी निकालने की उचित व्यवस्था करने का सुझाव दिया है।

वहीं, आंध्र प्रदेश और तटीय कर्नाटक में मूंगफली और मक्का की फसल बारिश न होने पर ही काटने और सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है। वहीं धान, मक्का, अरहर, उड़द, हरी मूंग, हल्दी, अदरक, सब्जियां, केले, नारियल और सुपारी के खेतों से पानी निकालने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।

दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में मूंगफली और मक्का को सूखी, ढकी और हवादार जगहों पर रखने की सलाह दी गई है। धान, दालें, सब्जियां, इलायची और कॉफी की फसल की कटाई जब बारिश न हो तब करने की सलाह दी गई है। जलभराव रोकने के लिए खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करने का भी सुझाव दिया गया है।

वहीं, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश के चलते किसानों को कटे हुए धान को सुरक्षित जगहों पर रखने की सलाह दी गई है। साथ ही धान, सब्जियों और बागानों से पानी निकासी की व्यवस्था करने को कहा गया है।

देश के दक्षिणी और तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इसके कारण जलभराव, फसल को नुकसान और यातायात में व्यवधान के आसार हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग की ताजा चेतावनियों पर ध्यान दें और फसल की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 21 अक्टूबर, 2025 को पंजाब के फिरोजपुर और राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 21 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे के अधिकांश इलाकों, ओडिशा, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, विदर्भ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 21 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल के चेन्नई में 6 सेमी, पंबन में 5 सेमी, कराईकल और मदुरै प्रत्येक जगह 4 सेमी, पांडिचेरी, मदुरै-एपी, टोंडी, चेन्नई-मीनमबक्कम, नागपट्टिनम, कुड्डालोर और तंजावुर प्रत्येक जगह 3 सेमी, आदिरामापतिनम और वेल्लोर प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के ओंगोल, नेल्लोर प्रत्येक जगह 3 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 3 सेमी, ओडिशा के टिटलागढ़ में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।