उत्तराखंड के चकराता और हर्षिल में सर्दी के इस सीजन का पहला हिमपात दर्ज किया गया, इन हिस्सों में पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, खुशबू राज
मौसम

पहाड़ों में बर्फबारी शुरू, केदारनाथ में माइनस 11 डिग्री तक गिरा पारा, राजस्थान में शीत लहर

आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है, वहीं आज और कल उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश व बर्फबारी होने के आसार हैं।

Dayanidhi

सात दिसंबर की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों के निचले और मध्य स्तरों पर चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। इसकी वजह से उत्तराखंड के कई जनपदों में आठ दिसंबर की दोपहर के बाद मौसम ने करवट बदली और आसमान में बादल छाने लगे तथा तेज हवाओं के कारण पारा लुढ़क गया। वहीं चकराता और हर्षिल में सर्दी के इस सीजन का पहला हिमपात दर्ज किया गया जिसके कारण इन हिस्सों में ठिठुरन बढ़ गई है।

वहीं, केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, मद्महेश्वर, माणा, घस्तोली, बाड़ाहोती, सुमना और तुंगनाथ सहित अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में रविवार देर शाम को बर्फबारी का दौर जारी रहा। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, केदारनाथ में अधिकतम तापमान माइनस आठ और न्यूनतम तापमान माइनस 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग की मानें तो पारे के और लुढ़कने के आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण आज, नौ दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। वहीं आज और कल उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश और बर्फबारी होने से तापमान में गिरावट आने के आसार हैं।

पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी हिस्सों पर भी दिखने लगा है, जहां तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। नौ से 14 दिसंबर के दौरान पश्चिमी राजस्थान में, 10 से 14 दिसंबर के दौरान पूर्वी राजस्थान में, 11 से 14 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर चलने की आशंका जताई गई है

हिमाचल प्रदेश में भी मौसम का मिजाज बदल गया है, यहां आठ दिसंबर से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। राज्य की राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद कसौली में भी हिमपात दर्ज की गई, कसौली में सीजन की पहली बर्फबारी हुई रिकॉर्ड की गई।

जम्मू और कश्मीर के ऊंचे पर्वतीय इलाकों के अधिकतर पहाड़ी हिस्सों में शनिवार की रात से रविवार सुबह तक बर्फबारी का दौर जारी रह। जम्मू के किश्तवाड़ में सिंथन टॉप पर भी बर्फबारी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के मुताबिक, किश्तवाड़ जिले का तापमान माइनस 4.4 डिग्री के साथ यह गुलमर्ग से भी ठंडा रहा।

गुलमर्ग और डोडा में भी हिमपात दर्ज की गई। विभाग की मानें तो आज भी कश्मीर के कई ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी एवं निचले हिस्सों में बारिश हो सकती है। वहीं, जम्मू के मैदानी और पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में 10 दिसंबर तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के 11 दिसंबर तक घने कोहरे की चादर में लिपटने का पूर्वानुमान लगाया गया है

बिहार में नौ से 11 दिसंबर के दौरान, हिमाचल प्रदेश में 10 से 12 दिसंबर के दौरान, उत्तर प्रदेश में 10 से 13 दिसंबर के दौरान देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं कल आठ दिसंबर के देर रात से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा देखा गया।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान राजस्थान को छोड़कर उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

वहीं अगले तीन दिनों के दौरान राजस्थान में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं। अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है।

इसी दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद के तीन से चार दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है। पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

दिल्ली-एनसीआर में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो को, आठ दिसंबर को यहां न्यूनतम और अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि देखी गई। दिल्ली में अधिकतम तापमान 22 से 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान छह से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा और अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस तक कम रिकॉर्ड किया गया।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, रायलसीमा के अनंतपुर में अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में सुबह के समय पूर्व दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के 10 किमी प्रति घंटे से कम रहने की संभावना है। सुबह के समय धुंध व मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं। दोपहर के समय उत्तर-पूर्व दिशा से चलने वाली हवाओं के रफ्तार बढ़ कर 12 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं, शाम और रात के समय उत्तर दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने के आसार हैं, जिसकी वजह से शाम और रात में धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते 10 से 13 दिसंबर के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं।

समुद्र में हलचल

दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो चक्रवाती प्रसार के साथ मध्य स्तरों पर जारी है।

मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि के चलते आज, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तुरानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच पहुंचने के आसार हैं। वहीं आज, उत्तर-पश्चिमी अरब सागर के हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, आठ दिसंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, जम्मू और कश्मीर, केरल तथा तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, आठ दिसंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के श्री विजयपुरम (पोर्ट ब्लेयर) में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।