घने कोहरे के कारण आज सुबह पंजाब के अमृतसर में दृश्यता शून्य, पठानकोट में दृश्यता शून्य, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दृश्यता 100 मीटर, असम और मेघालय के जोरहाट में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई। 
मौसम

देश के कई इलाकों में पारा 30 डिग्री से अधिक, कई कोहरे की चपेट में, दृश्यता शून्य

अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, पंजाब के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया जा रहा है।

वहीं पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है, जो काफी ऊपर है।

पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों, तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य के दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है।

गुजरात के कई इलाकों, सौराष्ट्र और कच्छ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, ओडिशा, केरल और माहे के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कोंकण और गोवा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, आंतरिक कर्नाटक और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य के दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है।

वहीं विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से -3.0 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है। इसी दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

वहीं दिल्ली और एनसीआर में तापमान में बदलाव देखें तो यहां न्यूनतम तापमान में थोड़ा बहुत गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान लगातार 30 से 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है और अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है।

दिल्ली-एनसीआर में उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के चार से 12 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। कोहरे के कारण कई हिस्सों में दृश्यता में कमी दर्ज की जा रही है। आज सुबह पालम हवाई अड्डे में दृश्यता शून्य दर्ज की गई।

देश की राजधानी और एनसीआर में मौसम शुष्क बना हुआ है, वहीं आज भी आसमान के साफ रहने का अनुमान है। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के छह किमी प्रति घंटे से कम रहने का पूर्वानुमान है। जिसके कारण सुबह के समय धुंध व घने से लेकर बहुत घना कोहरा छाया रहेगा।

वहीं दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के 10 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। शाम और रात के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवा की गति के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने के आसार हैं, जिसके कारण शाम और रात में धुंध व मध्यम कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले कुछ दिनों तक पंजाब के अलग-अलग इलाकों में बहुत घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। जबकि हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार और झारखंड के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है।

घने कोहरे के कारण आज सुबह पंजाब के अमृतसर में दृश्यता शून्य, पठानकोट में दृश्यता शून्य, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दृश्यता 100 मीटर, असम और मेघालय के जोरहाट में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव हो सकता है, यानी जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड तथा उसके निकटवर्ती इलाकों में गरज के साथ बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में हिमपात होने का अनुमान है

हालांकि देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि 16 नवंबर तक उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा तथा 17 नवंबर के बाद प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है, जिससे यहां पारा लुढ़कने लगेगा। वहीं, देहरादून समेत कई मैदानी इलाकों में सुबह और शाम के समय धुंध व कोहरा छाया रह सकता है। आज, देहरादून में अधिकतम तापमान के 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 14 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

कहां होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग के अनुसार, निचले स्तरों पर उत्तरी तमिलनाडु से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती प्रसार जारी है। वहीं निचले स्तरों पर केरल तट से दूर दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक और चक्रवाती प्रसार बना हुआ है

इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

समुद्र में उथल-पुथल

चक्रवाती प्रसार के चलते आज, दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों तथा तमिलनाडु के साथ श्रीलंका तट, दक्षिण आंध्र प्रदेश तट, मन्नार की खाड़ी और उससे सटे कोमोरिन के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने से परहेज करने की सलाह दी है।

तापमान में भारी उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के राजकोट में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के सीधी में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 13 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।