देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में पारे में लगातार गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले 24 घंटों के दौरान यहां न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में अधिकतम तापमान 20 से 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान चार से छह डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। दिल्ली के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट और अधिकतम तापमान के सामान्य से एक से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप जारी है, मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक इससे छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। सुबह के समय धुंध छाए रहने की आशंका जताई गई है।
दिल्ली व एनसीआर में दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के 14 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। शाम और रात होते-होते उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति एक बार फिर से घटकर आठ किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, जिसके चलते शाम व रात में धुंध छाए रहने के आसार हैं।
देश के कुछ पहाड़ी हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के पीछे पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता मानी जा रही है। हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में भारी बर्फबारी का दौर जारी है। इसकी वजह कश्मीर की सड़कों में जमी बर्फ के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही इन हिस्सों में सर्दी का सितम बढ़ गया है।
उत्तर भारत के पहाड़ी हिस्सों से लेकर मैदानी इलाकों तक पाला पड़ने से सुबह के समय ठिठुरन बढ़ने से लोगों की समस्या बढ़ गई है। उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के बाद मौसम एक बार फिर से शुष्क बना हुआ है। जबकि राज्यभर में सुबह और शाम के समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।
राज्य के पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी जिलों तक पाला पड़ने और शीत लहर की वजह से लोगों को कपकपाती ठंड से दो चार होना पड़ रहा है। अधिकतर इलाकों में पारा लुढ़क गया है, जिसके चलते रातें बहुत ज्यादा ठंडी हो गई हैं। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी 13 दिसंबर को राज्य के सभी जिलों के मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान लगाया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं है। इसी दौरान गुजरात को छोड़कर, पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की आशंका जताई गई है। वहीं, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
शीत लहर का प्रकोप
देश के अधिकतर इलाकों में शीत लहर का कहर जारी है। विभाग ने कहा है कि 13 से 15 दिसंबर के दौरान पंजाब के कुछ हिस्सों तथा उत्तर प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप रहने के आसार हैं।
अगले कुछ दिनों तक हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, 13 से 16 दिसंबर के दौरान मध्य प्रदेश, 13 से 14 दिसंबर के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार और झारखंड में लोगों को शीत लहर के कहर से सावधान रहने के लिए कहा गया है।
वहीं 13 से 16 दिसंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में अलग-अलग इलाकों में शीत लहर चलने की आशंका जताई गई है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के अनुसार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 17 दिसंबर तक देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
वहीं कल रात से आज सुबह तक असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से आज सुबह तमिलनाडु के कोडाइकनाल में दृश्यता 200 मीटर, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दार्जिलिंग में दृश्यता 500 मीटर, असम के हाफलोंग में दृश्यता 500 मीटर तथा बिहार के मुजफ्फरपुर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, मन्नार की खाड़ी और उसके आस-पास के इलाकों में बना कम दबाव वाला क्षेत्र अब मन्नार की खाड़ी और उसके आस-पास के कोमोरिन के इलाके में कम दबाव वाले क्षेत्र के रूप में उभर गया है। इससे जुड़ा ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इसके कोमोरिन के इलाकों से होते हुए मालदीव और उसके आस-पास के लक्षद्वीप के हिस्सों की ओर पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधि के चलते आज, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।
समुद्र में हलचल
कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते आज, केरल तट, लक्षद्वीप क्षेत्र, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, तमिलनाडु तट के आसपास 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल 12 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों, रायलसीमा, केरल और माहे के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल 12 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के तिरुत्तानी, अतिरामपट्टिनम और चेन्नई प्रत्येक जगह 8 सेमी, नुंगमबक्कम और कराईकल में 4 सेमी वेरकौड में 3 सेमी, नागपट्टिनम, के. परमथी, तिरुप्पत्तुर प्रत्येक जगह 2 सेमी, धर्मपुरी, कोडाइकनाल, मदुरै, तिरुचिरापल्ली, सेलम, कुड्डालोर, पारंगीपेट्टाई, कोयंबटूर प्रत्येक जगह 1 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 7 सेमी, आरोग्यराम में 1 सेमी, केरल और माहे के पुनालुर और तिरुवनंतपुरम प्रत्येक जगह 1 सेमी तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बैंगलोर में 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।