मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं,13 दिसंबर तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम व बिहार में, 14 दिसंबर की सुबह तक असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
आज सुबह त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा, जबकि, बिहार, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया।
कोहरे के चलते आज सुबह त्रिपुरा के अगरतला में दृश्यता शून्य मीटर रही, कैलाशहर में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर, भागलपुर में दृश्यता 500 मीटर, असम और मेघालय के जोरहाट में दृश्यता 200 मीटर, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बागडोगरा में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिम बंगाल के पानागढ़ और कलाईकुंडा प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर रही।
शीत लहर का प्रकोप
पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में लगातार जारी है। इसके कारण कुछ समय पहले पहाड़ों में हुई बारिश व बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के कई इलाके शीत लहर की जद में है। विभाग ने कहा है कि 12 से 16 दिसंबर के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में भयंकर शीत लहर चलने के आसार हैं।
इसी दौरान पंजाब के कुछ हिस्सों में, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में, सौराष्ट्र और कच्छ में, 13 दिसंबर तक दिल्ली में, 13 से 16 दिसंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में शीत लहर चलने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, राजस्थान तथा 12 और 13 दिसम्बर को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम के सबसे अधिक ठंडा रहने के आसार हैं।
उत्तराखंड में कुछ दिन पहले हुई बर्फबारी के बाद अब मौसम शुष्क बना हुआ है। वहीं, दिन के समय धूप खिलने से कुछ हद तक सर्दी से राहत है। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दो दिनों में राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं।
राज्य के अधिकतर जनपदों में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जा रहा है। वहीं, कई इलाके ऐसे भी हैं जहां तापमान शून्य से नीचे माइनस में पहुंच गया है।
देहरादून के मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, रात के समय पहाड़ से लेकर मैदान तक पाला पड़ने से परेशानी बढ़ सकती है, जबकि दिन के समय सर्द हवाओं के चलते ठिठुरन बढ़ने के आसार हैं।
दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों में आज शीत लहर चलने के आसार हैं। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। सुबह के समय धुंध छाए रहने की आशंका जताई गई है।
वहीं, दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के बढ़कर 16 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है। शाम और रात के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के आठ किमी प्रति घंटे से कम होने के आसार हैं, जिसकी वजह से शाम व रात में धुंध छाए रहने की आशंका जताई गई है।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, मन्नार की खाड़ी और आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़ा ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण तमिलनाडु की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों के चलते आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा बिजली गिरने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
समुद्र में उथल-पुथल
कम दबाव के चलते समुद्री इलाकों में हलचल जारी है, इसी क्रम में आज केरल तट, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के कुछ हिस्सों, श्रीलंका और तमिलनाडु के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं। जबकि, अगले दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 11 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, लक्षद्वीप, केरल और माहे, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 11 दिसंबर को तमिलनाडु के पारंगीपेट्टाई में 3 सेमी, नागपट्टिनम, कराईकल और पांडिचेरी हर जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।