दिसंबर का महीना आधे से अधिक बीत गया है, दक्षिण भारत के कुछ राज्यों को छोड़ दे तो देश के अधिकतर इलाकों में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। वहीं मौसम विभाग ने आज, यानी 18 दिसंबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान लगाया है। इसके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव होने का अनुमान जताया गया है।
देश के पहाड़ी हिस्सों से लेकर कुछ मैदानी इलाकों तक पाला पड़ने के आसार हैं, इसका सबसे ज्यादा असर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में देखने को मिल सकता है।
वहीं, देश के तमाम हिस्सों में तापमान ने तेजी से लुढ़कना शुरू कर दिया है। खासकर उत्तर भारत के जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के अधिकतर हिस्सों में जहां पारा शून्य डिग्री से नीचे चला गया है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान के अधिकतर इलाकों और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से छह डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं, उत्तर-पश्चिम, पूर्व, मध्य और पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में तापमान छह से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पश्चिमी हिमालयी इलाकों और पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
वहीं, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर देश के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा।
तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -5 डिग्री सेल्सियस या उससे काफी नीचे दर्ज किया जा रहा है, जबकि मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, कोंकण और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -3 से -5 डिग्री सेल्सियस यानी काफी नीचे रहा।
वहीं, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों,जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, राजस्थान, असम और मेघालय, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -1 डिग्री से -3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां-कहां रहेगा शीतलहर का प्रकोप?
गिरते तापमान के चलते देश के कई हिस्सों में ठिठुरन बढ़ गई है, मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि 18 से 21 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश और पंजाब के कुछ हिस्सों में लोगों को भयंकर शीतलहर का सितम झेलना पड़ सकता है। वहीं, 22 और 23 दिसंबर को पंजाब के कुछ इलाकों में, 19 से 22 दिसंबर के दौरान पूर्वी राजस्थान में भी शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।
विभाग के मुताबिक, 18 से 23 दिसंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में, 18 से 22 दिसंबर के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, 18 और 23 दिसंबर को पूर्वी राजस्थान और 22 और 23 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में शीत लहर का कहर जारी रहेगा।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाया रहा। वहीं 18 से 20 दिसंबर के दौरान असम और मेघालय में, 19 से 22 दिसंबर के दौरान पूर्वी राजस्थान में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
वहीं, आज सुबह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। वहीं, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा।
कोहरे की वजह से आज सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा और बरेली प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, दिल्ली के सफदरजंग में दृश्यता 50 मीटर, पालम में
दृश्यता 300 मीटर, पश्चिम मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 500 मीटर, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के भागलपुर और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, झारखंड के जमशेदपुर में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कैसा रहेगा आने वाले दिनों में तापमान का हाल?
अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं।
अगले चार से पांच दिनों के दौरान मध्य और पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है। वहीं अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है।
कहां जमकर बरसेंगे बादल?
मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी 18 दिसंबर को सुबह 05:30 बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इसके अगले दो दिनों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ने के आसार हैं।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों के चलते आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा वज्रपात होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।
समुद्र में हलचल
कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते आज, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम के उत्तरी हिस्सों और बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी-मध्य के दक्षिणी इलाकों, तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी जाती है। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 17 दिसंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।