कई राज्यों में कोहरे की दस्तक: उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के कई इलाकों में घना से मध्यम कोहरा छाया रहा।
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश व ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के आसार।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र: अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गरज-चमक के साथ बौछारों की संभावना।
तापमान में गिरावट शुरू: उत्तर व मध्य भारत में अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री तक घट सकता है।
देशभर में बारिश की गतिविधि: राजस्थान, गुजरात, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश।
भारत के मौसम में इन दिनों कई प्रकार की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। बंगाल की खाड़ी से लेकर पश्चिमी हिमालय तक अलग-अलग मौसमी गतिविधियां सक्रिय हैं। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, चार नवंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, पूर्वी और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के इलाकों में बारिश के साथ-साथ कुछ हिस्सों में गरज-चमक और तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
वहीं, उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश और बर्फबारी के आसार बने हुए हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत कैसा रहेगा मौसम?
उत्तर भारत के लिए सबसे अहम मौसमी गतिविधि इन दिनों पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके कारण आज, चार नवंबर को उत्तराखंड के कई जनपदों में हल्के बादल छाए रहने का पूर्वानुमान हैं। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में दिन के तापमान के सामान्य रहने का पूर्वानुमान है, लेकिन रात के तापमान में गिरावट आ सकती है। पहाड़ी जनपदों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी होने के आसार हैं।
उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, रुड़की और आसपास के मैदानी इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा देखा गया। दिन के समय धूप निकलने का अनुमान है, लेकिन लगातार चल रही ठंडी हवाएं सर्दी का अहसास करा रही हैं। वहीं मैदानी इलाकों में फिलहाल बारिश होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं।
पश्चिमी विक्षोभ का असर जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश पर भी दिखाई देगा। इन राज्यों में चार और पांच नवम्बर को बिजली गिरने, गरज के साथ बारिश होने तथा ऊंचे इलाकों में हिमपात होने का पूर्वानुमान है। इसके साथ ही, पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली व इससे सटे एनसीआर में भी मौसम के मिजाज में तेजी से बदलाव हो रहा है। बीते दिन दिल्ली में तेज धूप खिली रही। दिल्ली समेत एनसीआर में तीन नवंबर का दिन काफी गर्मी वाला रहा। जबकि शाम होते-होते तापमान लुढ़कने की वजह से लोगों को ठंड महसूस होने लगी।
राजधानी तथा आस-पास के इलाकों में देर रात और सुबह के समय हल्का कोहरा देखा गया। वहीं प्रदूषण के आने वाले दिनों में और समस्या बढ़ाने का अंदेशा जताया गया है। आज, दिल्ली में अधिकतम तापमान के 29 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान के 18 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र
बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य हिस्सों और म्यांमार तट के पास एक कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि इसके अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में म्यांमार और बांग्लादेश के तटों पर आगे बढ़ने के आसार हैं। इसके चलते इस क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में गरज के साथ बौछारें तथा तेज हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं, अरब सागर के उत्तर-पूर्वी हिस्से और गुजरात के सौराष्ट्र तट के पास ऊंचाई पर एक हल्का चक्रीय प्रसार बना हुआ है। इससे सौराष्ट्र और कच्छ के आस-पास के इलाकों में आंशिक तौर पर बादल छाने और कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत में भी दो छोटे-छोटे हवाओं के चक्रवाती प्रसार बने हुए हैं, एक पूर्वी बांग्लादेश और उसके आसपास के हिस्सों में और दूसरा पूर्वोत्तर असम एवं इससे सटे इलाकों में। इन मौसमी गतिविधियों के चलते पूर्वोत्तर के राज्यों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त सभी मौसमी गतिविधियों के कारण आज, चार नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने, बौछारें पड़ने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। वहीं आज, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
देश में कोहरे की दस्तक
देश के कई हिस्सों में कोहरे ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। आज सुबह 05:30 बजे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर इलाकों, बिहार के कुछ हिस्सों में मध्यम कोहरा देखा गया, जबकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा बिहार में कुछ हिस्सों, असम और मेघालय के कुछ इलाकों पर हल्का कोहरा छाया रहा।
वहीं तीन नवंबर की शाम को महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्सों, विशेष रूप से महाबलेश्वर में, जहां घना कोहरा छाया रहा जिसके कारण दृश्यता केवल 50 मीटर दर्ज की गई।
वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम कोहरा देखा गया जिसकी वजह से इन राज्यों में भी दृश्यता में कमी रिकॉर्ड की गई। असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में, हल्का कोहरा छाया रहा, हाफलॉन्ग में दृश्यता 500 मीटर रही। कोहरे की वजह से स्थानीय स्तर पर नमी और रात के तापमान में गिरावट आ रही है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में आने वाले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन से चार दिनों के दौरान तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। वहीं पूर्वी भारत में भी अगले तीन दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की जा सकती है, जिसके बाद तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तीन नवंबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आने वाले दिनों में देश के अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क व सामान्य रहेगा, लेकिन पूर्वी और दक्षिण भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि पूर्वोत्तर के राज्यों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बारिश और हिमपात होने की संभावना है।
विभाग ने इस दौरान किसानों को सलाह दी है कि वे खुले में रखी फसलों को ढक कर रखें और बिजली गिरने की आशंका वाले समय में खेतों में कार्य न करें। साथ ही, यातायात के लिए सुबह के समय कोहरे से सतर्क रहने की जरूरत है।
कुल मिलाकर, नवंबर के पहले सप्ताह में भारत का मौसम सक्रिय बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव और पश्चिमी विक्षोभ, दोनों ही अपनी-अपनी दिशा में प्रभाव डाल रहे हैं।
उत्तर भारत में धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगेगी, जबकि दक्षिण और पूर्व भारत में गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट और साफ आसमान के साथ शीत ऋतु की शुरुआत स्पष्ट रूप से महसूस की जा सकेगी।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल तीन नवंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, पूर्वी राजस्थान, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ और गुजरात के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल तीन नवंबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के तुनी में 3 सेमी, कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में 2 सेमी, पूर्वी राजस्थान के अजमेर और कोटा प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।