भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में में लगातार सक्रिय है। वहीं, एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में ईरान के निचले और मध्य स्तरों पर जारी है। इसके कारण आज और कल पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश तथा बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।
जबकि गतिविधि के और तेज होकर चार से छह जनवरी के बीच इन इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं। वहीं, चार से छह जनवरी के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
देश के कई इलाकों में तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है, वहीं जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान चार से नौ डिग्री, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान नौ से 14 डिग्री सेल्सियस तथा पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन की डिग्री सेल्सियस वृद्धि रिकॉर्ड की जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पश्चिम मध्य प्रदेश तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों पर यह सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस यानी, काफी ऊपर रहा।
वहीं, पंजाब और मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, कोंकण और गोवा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, रायलसीमा, केरल और माहे के कुछ हिस्सों, हरियाणा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य एक से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल यानी एक दिसंबर 2025 को तटीय कर्नाटक के करवार में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां-कहां रहेगा सर्दी का प्रकोप व पाले का सितम?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भयंकर सर्दी का सितम रहने के आसार हैं, जबकि आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों भारी ठिठुरन झेलनी पड़ सकती है।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले कुछ दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में पाला पड़ने की आशंका जताई गई है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
देश के कई हिस्सों में सुबह के समय कोहरे की चादर दिखाई दे रही है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तीन जनवरी तक देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं, इसी दौरान हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तथा असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छह जनवरी तक घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
वहीं आज सुबह से पंजाब के कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा देखा गया, वहीं, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, असम, तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा।
कोहरे के कारण आज सुबह पंजाब के पठानकोट, आदमपुर, बठिंडा और अमृतसर में दृश्यता शून्य मीटर, हलवारा और पटियाला हर जगह दृश्यता 200 मीटर, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के पालम में दृश्यता 50 मीटर, चंडीगढ़ और सिरसा हर जगह दृश्यता शून्य मीटर,अंबाला में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में दृश्यता शून्य मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दृश्यता शून्य मीटर, लखनऊ में दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।
पश्चिमी राजस्थान के सूरतगढ़ और श्रीगंगानगर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, चूरू में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी राजस्थान के कोटा में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल में दृश्यता शून्य मीटर,असम के जोरहाट में दृश्यता शून्य मीटर, तटीय आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दृश्यता 100 मीटर, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बेंगलुरु में दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई।
समुद्र में उथल-पुथल
मौसम विभाग के अनुसार, भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके कारण आज, मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन के इलाकों और मालदीव क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ दक्षिणी हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, एक जनवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।