मौसम विभाग के मुताबिक, सुमात्रा तट से दूर भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण 23 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों में डिप्रेशन में तब्दील होकर और खतरनाक होने की आशंका जताई गई है।
वहीं निचले स्तरों में कोमोरिन के इलाकों और इसके निकटवर्ती हिस्सों में एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, निकोबार द्वीपसमूह के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
इस सप्ताह के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, जबकि 22 से 24 नवंबर के दौरान भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं। वहीं 26 और 27 नवंबर को केरल और माहे में, 25 और 27 नवंबर को दक्षिणी तमिलनाडु में और 26 और 27 नवंबर को रायलसीमा में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में भी 70 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो आज, यानी 22 नवंबर को असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है, पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 70 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में आज, 22 नवंबर को मेघालय के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
उत्तर भारत को लेकर मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं, 22 नवंबर की देर रात से 24 नवंबर की सुबह तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और 23 नवंबर की देर रात से 26 नवंबर की सुबह तक हिमाचल प्रदेश में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है। अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कुछ इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार जताए गए हैं।
उत्तराखंड के अधिकतर जनपदों में मौसम शुष्क बना हुआ है। पहाड़ों पर सुबह-सुबह चमकती धूप के दर्शन हो रहे है लेकिन वहीं दूसरी ओर कुछ मैदानी इलाकों में कोहरे का कहर जारी है। राज्य के मैदानी जिलों में धुंध और कोहरे से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी घना कोहरा लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ा सकता है। आज यानी 22 नवंबर को सभी जनपदों में मौसम के साफ रहने का पूर्वानुमान है। मैदानी जिलों में सुबह घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
कोहरे की वजह से आज सुबह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और कानपुर हर जगह दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई। वहीं कल सफदरजंग हवाई अड्डे में सबसे कम दृश्यता दर्ज की गई।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव दर्ज नहीं किया गया। जबकि बिहार और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर रहा। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे रहा।
दिल्ली और एनसीआर में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट रिकॉर्ड की गई है। जबकि देश की राजधानी में अधिकतम तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा और न्यूनतम तापमान अधिकतर इलाकों में सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया।
आज राष्ट्रीय राजधानी के इलाकों में सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के छह किमी प्रति घंटे से कम रही। सुबह के समय धुंध व हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग ने कहा है कि दोपहर के समय पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के बढ़कर 10 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।
शाम और रात के समय दिल्ली में उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के छह किमी प्रति घंटे से कम होने का अनुमान है। शाम और रात होते-होते दिल्ली में फिर से धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
समुद्र में हलचल
भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में जारी चक्रवाती प्रसार की वजह से आज, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, दक्षिण अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 21 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, केरल और माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 21 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पंबन में 3 सेमी, टोंडी में 1 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के इम्फाल-तुलिहार में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।