अरुणाचल प्रदेश में तवांग गेट | आज, यानी 22 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है, अरुणाचल में 70 मिमी तक बारिश हो सकती है।  फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, ध्रुबजान फोटोग्राफी
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मौसम विभाग का पूर्वानुमान: अरुणाचल में भारी बारिश और बर्फबारी, देशभर में बदलता मौसम

आज, 22 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखें तो फिलहाल उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है। हालांकि 24 फरवरी, 2025 की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान लगाया गया है, इसकी वजह से उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम बदल सकता है, यहां एक बार फिर बारिश व बर्फबारी के दौर के शुरू होने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, रायलसीमा से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक हवाओं की एक ट्रफ रेखा लगातार बनी हुई है। दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों के निचले स्तरों पर एक उल्टा चक्रवाती प्रसार जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण 22 और 23 फरवरी को ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

इसी दौरान पश्चिमी बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज, यानी 22 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है

ओलावृष्टि के मद्देनजर मौसम विभाग लगातार किसानों को आगाह कर रहा है। विभाग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा और झारखंड में फलों के बगीचों और सब्जियों के पौधों को नुकसान से बचाने के लिए ओलावृष्टि जाल या ओला कैप का उपयोग करें।

मौसम विभाग ने इस बात का भी सुझाव दिया है कि ओले गिरने के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखें और उन्हें संतुलित आहार उपलब्ध करवाएं। चारे को खराब होने से बचाने के लिए उसे सुरक्षित स्थान पर रखने की भी भी सलाह दी गई है।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो आज, यानी 22 फरवरी को कर्नाटक में, 22 और 23 फरवरी को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा तथा अगले सात दिनों के दौरान केरल और माहे में हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना है।

पूर्वोत्तर भारत को लेकर मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि नागालैंड पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसकी वजह से

अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश होती रहेगी।

22 और 23 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने के आसार हैं।

वहीं आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। वहीं आज, यानी 22 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिशजमकर बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है, अरुणाचल में 70 मिमी तक बारिश हो सकती है।

अरुणाचल प्रदेश में हो रही बारिश व बर्फबारी के चलते मौसम विभाग ने किसानों का सुझाव देते हुए कहा है कि वे धान, सरसों, मटर, अन्य खड़ी फसलों, सब्जियों और बागवानी फसलों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें ताकि पानी का ठहराव न हो। साथ ही कटी हुई फसलों को सुरक्षित जगहों पर रखें या खेतों में तिरपाल की चादरों से ढक दें।

तापमान में उतार-चढ़ाव

पिछले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, आंतरिक ओडिशा, पश्चिमी तट और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। वहीं, पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कई हिस्सों में तापमान में छह से 12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

जबकि, पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तरी तटीय ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में दिन के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण और गोवा के कई इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से दो डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर रहा। बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भी दिन का तापमान सामान्य से दो डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।

जबकि, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई मैदानी इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया।

रात के तापमान में उतार-चढ़ाव

पिछले 24 घंटों के दौरान, पश्चिमी तट, बिहार, अंडमान द्वीप समूह, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों में रात के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई। वहीं, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और नागालैंड के कई हिस्सों में रात के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।

दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम बिहार, दक्षिण असम, उत्तर-पश्चिम ओडिशा, दक्षिण-पूर्व राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।

वहीं, दक्षिण और पूर्वी राजस्थान, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर रहा।

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पूर्वोत्तर भारत, तटीय और दक्षिण तमिलनाडु के कई इलाकों में रात का तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 21 फरवरी को कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

कोहरे का कहर

देश के कुछ हिस्सों में फिलहाल कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल प्रदेश व उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 24 फरवरी तक घने कोहरे के छाए रहने की आशंका है