पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम के प्रभाव से उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड, कोहरा और तापमान में तेज गिरावट दर्ज।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में घने कोहरे का अलर्ट, पहाड़ी इलाकों में आगामी दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना।
दिल्ली-एनसीआर में दृश्यता बेहद कम, वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंची, ठंडी हवाओं ने सर्दी का असर बढ़ाया।
कश्मीर घाटी में सर्दी चरम पर, न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे, ऊंचाई वाले इलाकों में पाले का खतरा।
घना कोहरा और प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए खतरनाक, अस्थमा और श्वसन रोगियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह।
भारत के कई इलाकों में इस समय मौसम का मिजाज काफी बदल चुका है। उत्तर भारत से लेकर पूर्वी और मध्य भारत तक सर्दी, घना कोहरा और गिरते तापमान ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 24 दिसंबर, 2025 को जारी बुलेटिन में कहा गया है कि वायुमंडल के ऊपरी इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ, तेज उपोष्णकटिबंधीय पछुआ जेट स्ट्रीम और दक्षिण भारत में बनी चक्रवाती हवाओं के कारण यह स्थिति बनी हुई है।
इस समय पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है, जिसका प्रभाव विशेष रूप से उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों पर देखा जा रहा है। इसके साथ ही, उपोष्णकटिबंधीय पछुआ जेट स्ट्रीम लगभग 12.6 किमी की ऊंचाई पर उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर बह रही है, जिसमें हवाओं की गति 135 नॉट तक पहुंच रही है।
इन मौसमी गतिविधियों के कारण ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में पहुंच रही हैं, जिससे तापमान में गिरावट और कोहरे की स्थिति बनी हुई है।
उत्तराखंड में ठिठुरन, घना कोहरे का येलो अलर्ट
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में घने कोहरे की वापसी हो रही है। मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत और पौड़ी जिलों के लिए 24 दिसंबर को येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका है, जिससे दृश्यता काफी कम हो सकती है। इससे सड़क और रेल यातायात में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
ऊधम सिंह नगर, चंपावत और नैनीताल जिलों में ठंडे दिन की भी आशंका जताई गई है। हालांकि राज्य में 27 दिसंबर तक मौसम के शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है, लेकिन 28 और 29 दिसंबर को पहाड़ी जिलों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में सर्दी का प्रकोप
हिमाचल प्रदेश में मौसम पूरी तरह साफ होने के बावजूद ठंड और भी तीव्र हो गई है। कई इलाकों में शीत लहर का असर देखा जा रहा है। निचले पहाड़ी क्षेत्रों में 24 से 27 दिसंबर तक कोहरा छाए रहने का अंदेशा है।
मौसम केंद्र शिमला के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। 27 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके कारण 28 और 29 दिसंबर को ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है।
कश्मीर घाटी में सर्दी चरम पर
कश्मीर घाटी में इस समय सर्दी अपने चरम पर है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा रहा है। हालांकि आज और कल कोहरे से कुछ राहत मिलने की संभावना है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाला पड़ने की आशंका बनी हुई है। पर्यटक इस समय बर्फीली ठंड का आनंद तो ले सकते हैं, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड, कोहरा और प्रदूषण
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में घने कोहरे की मोटी चादर देखने को मिल रही है। कई इलाकों में दृश्यता घटकर 50 से 100 मीटर तक दर्ज की जा रही है। दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना है, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण सर्दी का प्रकोप बना रहेगा। दिल्ली में अधिकतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। रात के समय फिर से कोहरा छाने के आसार जताए गए हैं।
इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम, महाराष्ट्र और मध्य भारत में अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। पूर्वी भारत में अगले दो दिनों तक तापमान में इतनी ही गिरावट संभव है। गुजरात में भी अगले दो दिनों तक तापमान में गिरावट रहने की संभावना है। देश के शेष हिस्सों में अगले एक हफ्ते तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 23 दिसंबर, 2025 को केरल के पुनालुर में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के गुरदासपुर में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
घने कोहरे का कहर
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में 29 दिसंबर तक, उत्तराखंड में 28 दिसंबर तक, मध्य प्रदेश में 25 दिसंबर तक बिहार, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में रात और सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं, बिहार के कुछ हिस्सों में 24 से 28 दिसंबर के बीच ठंडे दिन की स्थिति बनी रह सकती है।
स्वास्थ्य पर कोहरे, ठंड और प्रदूषण का प्रभाव
घना कोहरा केवल दृश्यता ही नहीं घटाता, बल्कि स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालता है। कोहरे में मौजूद प्रदूषक कण फेफड़ों में जाकर उनकी कार्यक्षमता को कम कर देते हैं। इससे खांसी, सांस फूलना और घरघराहट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों के लिए लंबे समय तक कोहरे में रहना खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, प्रदूषित हवा आंखों की झिल्ली को भी प्रभावित करती है, जिससे आंखों में जलन, लालिमा और संक्रमण हो सकता है।
समुद्री क्षेत्रों में तूफानी हवाएं
दक्षिण भारत के समुद्री इलाकों में भी मौसम सक्रिय है। सोमालिया तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। इन तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
कुल मिलाकर, देश के बड़े हिस्से में ठंड, कोहरा और गिरते तापमान का असर साफ दिखाई दे रहा है। आने वाले दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी तथा मैदानी इलाकों में घने कोहरे की आशंका बनी हुई है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने, स्वास्थ्य का ध्यान रखने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने को कहा गया है।