उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के चलते पाला, बर्फबारी और कड़ाके की ठंड बढ़ने के आसार।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में तापमान में तेज गिरावट व शीतलहर की चेतावनी।
जम्मू और कश्मीर, हिमाचल के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी, कई जगह तापमान शून्य से नीचे।
दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पुडुचेरी में भारी बारिश व गरज-चमक के साथ तूफानी हवाएं।
पूर्वोत्तर राज्यों में घना कोहरा, जबकि दक्षिण भारत के कई जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा।
देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम एक बार फिर बदलाव की ओर है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव, दक्षिण भारत में कम दबाव के क्षेत्र के कारण हो रही बारिश, पूर्वोत्तर राज्यों में कोहरा और सर्दी का प्रकोप जारी है। इन सभी मौसमी गतिविधियों के कारण देशभर के मौसम में बदलाव हो रहा है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, चार दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में देश के कई इलाकों में तापमान में गिरावट, बारिश, बर्फबारी और कोहरे का कहर के बढ़ने के आसार हैं।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
उत्तर भारत के लिए प्रमुख मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ है, जो इस समय उत्तर पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब के ऊपर ऊपरी हवा में बना हुआ है। इसके साथ ही 5.8 किमी ऊंचाई पर हवाओं का एक ट्रफ होकर गुजर रही है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बादल छाने और मौसम में बदलाव होने की संभावना बनी हुई है।
उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों में पाला पड़ने से ठिठुरन लगातार बढ़ रही है। यहां लंबे समय से चल रहा शुष्क मौसम अब पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदलने वाला है। आज चार दिसंबर, 2025 से राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। पहाड़ों में होने वाली बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर भी देखने को मिल सकता है, जिससे ठंड में और बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
उत्तर प्रदेश के तापमान में गिरावट
उत्तर प्रदेश में भी पहले से ठंडी हवाओं का असर दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हो सकती है। इसके बाद तापमान के स्थिर रहने की उम्मीद जताई गई है।
पूर्वी और मध्य भारत में भी इसी दौरान तापमान में गिरावट की संभावना है, जिससे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में सर्द हवाएं तेज हो सकती हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तीन दिसंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे हिमालयी इलाकों में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के अधिकतर इलाकों में मौसम फिलहाल शुष्क बना हुआ है। हालांकि पांच और सात दिसंबर को ऊपरी इलाकों, विशेषकर कांगड़ा, चंबा और कुल्लू के ऊंचाई वाले हिस्सों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने चार और पांच दिसंबर को बिलासपुर और मंडी जिलों में सुबह के समय घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। कोहरे के कारण सुबह यातायात पर भी असर पड़ सकता है।
जम्मू और कश्मीर में शीतलहर और शून्य से नीचे तापमान
जम्मू और कश्मीर में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन सर्दी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। घाटी के कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है और लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड का सामना कर रहे हैं। कश्मीर के ऊपरी इलाकों में अगले 24 से 48 घंटों में बर्फबारी की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।
जम्मू के इलाकों में भी तापमान सामान्य से कम बना हुआ है। जम्मू शहर का तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस, बनिहाल में माइनस 0.7 डिग्री, भद्रवाह में माइनस 0.2 डिग्री, राजौरी में माइनस 1.4 डिग्री, सांबा में तापमान माइनस 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। तापमान से पता चलता है कि इस बार उत्तर भारत में ठंड का असर सामान्य से काफी अधिक हो सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चार दिसंबर, 2025 से ठंड और बढ़ने वाली है। न्यूनतम तापमान करीब पांच डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जो इस मौसम के लिए काफी कम माना जाता है।
नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में न्यूनतम तापमान के आठ डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। दिल्ली में दिन का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, लेकिन सुबह और रात में कड़ाके की ठंड महसूस की जाएगी।
उत्तर पश्चिम भारत में शीतलहर और कोहरा
चार से छह दिसंबर के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में शीतलहर चलने की आशंका जताई गई है। झारखंड में छह और सात दिसंबर को शीतलहर चलने का अंदेशा जताया गया है।
पूर्वोत्तर भारत और हिमाचल प्रदेश में चार से छह दिसंबर के बीच घना कोहरा छाने का अनुमान है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में सुबह-सुबह कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो सकती है।
दक्षिण भारत में भारी बारिश की चेतावनी
दक्षिण भारत इस समय एक अलग मौसमी गतिविधि से प्रभावित है। तमिलनाडु के उत्तर में बना कम दबाव का क्षेत्र अभी भी सक्रिय है और उससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार लगभग 4.5 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके अगले 12 घंटों में कमजोर पड़ने की संभावना है, लेकिन इसके कारण दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी रहेगा।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, चार दिसंबर, 2025 को केरल और लक्षद्वीप, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
मछुआरों को समुद्र न जाने की चेतावनी
कम दबाव के चलते आज, लक्षद्वीप और दक्षिण-पूर्व अरब सागर के आसपास 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने का अंदेशा जताया गया है। इन तूफानी हवाओं के चलते समुद्र में मछुआरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
अचानक बाढ़ का खतरा
अगले 24 घंटों में दक्षिण भारत के कुछ जिलों में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर, रायलसीमा के चित्तूर, तिरुपति, तमिलनाडु व पुडुचेरी के चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर जिलों में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने व निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका जताई गई है।
देश के उत्तरी हिस्सों में जहां बर्फबारी और शीतलहर के कारण सर्दी का सितम बढ़ रहा है, वहीं दक्षिण भारत भारी बारिश से प्रभावित हो रहा है। पूर्वोत्तर और हिमालयी क्षेत्रों में कोहरे का असर बढ़ रहा है। आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में यह विविधता जारी रहेगी। लोगों को सलाह है कि मौसम विभाग की नवीनतम चेतावनियों पर ध्यान दें और जरूरी सावधानियां बरतें।