ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और कई राज्यों में तापमान शून्य से नीचे रिकॉर्ड।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शीतलहर और घने कोहरे की चेतावनी।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ी, न्यूनतम तापमान सात से आठ डिग्री और कोहरा गहराने के आसार।
मध्य, पूर्व और महाराष्ट्र में अगले दिनों में दो से चार डिग्री तक तापमान गिरने का अनुमान।
दक्षिण भारत में बंगाल की खाड़ी के डिप्रेशन से भारी बारिश, तेज हवाओं और समुद्री गतिविधियों पर रोक।
देश के कई हिस्सों में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही ठंड ने अपना जोर दिखाना शुरू कर दिया है। पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवाती प्रसार और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय डिप्रेशन जैसे मौसमी गतिविधियों के कारण उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से लेकर मैदानों तक तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, तीन दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी दिनों में देश के अनेक हिस्सों में सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा तथा कुछ इलाकों में शीतलहर व घने कोहरे की स्थिति भी देखने को मिलेगी।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में उत्तर पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है, जो ऊपरी हवा में चक्रवाती प्रसार के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा मध्य स्तरों में भी एक हवाओं का ट्रफ मौजूद है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण उत्तर भारत में हवाओं की दिशा और तापमान में बदलाव देखने को मिल रहा है।
इसके असर से हिमालयी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तथा जम्मू और कश्मीर में तापमान लगातार गिर रहा है। कई इलाकों में बर्फबारी की संभावना भी बनी हुई है, जबकि मैदानों में ठंडी हवा की वजह से शीतलहर के हालात बन रहे हैं।
उत्तराखंड में और बढ़ेगी ठिठुरन
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि तीन दिसंबर, 2025 की सुबह से उत्तराखंड में ठंड और तेज महसूस होने लगी है। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी जैसे मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान पांच से आठ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के आसार हैं। हल्की धुंध और नमी की वजह से सुबह का मौसम और ज्यादा ठिठुरन भरा बना रहा। पहाड़ी जिलों में तापमान शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी की संभावना
हिमाचल प्रदेश में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पांच दिसंबर से मौसम पर असर डाल सकता है। इसके कारण चंबा, कांगड़ा, कुल्लू तथा लाहौल और स्पीति में पांच और सात दिसंबर को हल्की बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। वहीं, बिलासपुर और मंडी जिलों में तीन और चार दिसंबर को घना कोहरा छाने का अंदेशा है।
लाहौल घाटी में तापमान लगातार गिर रहा है और पानी के स्रोत जमने लगे हैं। टाबो कस्बे ने इस सीजन का अपना सबसे कम तापमान माइनस आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो अत्यधिक ठंड की स्थिति को दर्शाता है।
जम्मू और कश्मीर में कड़ाके की ठंड
कश्मीर घाटी के सभी मौसम केंद्रों ने पिछले दिनों न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 4.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले की कोनिबल घाटी में तापमान माइनस 5.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। लगातार बढ़ती ठंड से सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। सुबह और शाम के समय धुंध व पाला पड़ने की वजह से सर्दी का सितम और बढ़ गया है।
दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा और कड़ाके की ठंड
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि आज, अधिकतम तापमान के 23 डिग्री के आसपास रहने के आसार हैं। सुबह के समय दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग ने पांच दिसंबर तक शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है, जिसमें न्यूनतम तापमान के छह डिग्री तक गिर सकता है।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है, इसलिए वायु प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। साथ ही, छह दिसंबर से कोहरा और अधिक घना होने की चेतावनी जारी की गई है, जिससे यातायात और हवाई सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
मध्य, पूर्व और पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट
मध्य भारत के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद दो से तीन डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है।
पूर्व भारत में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में अगले चार दिनों के दौरान तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी आने की आशंका है।
महाराष्ट्र में अगले तीन दिनों के दौरान पारे में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है। उत्तर महाराष्ट्र (मध्य महाराष्ट्र) के कई इलाकों में तीन से पांच दिसंबर के बीच शीतलहर चलने का अंदेशा जताया गया है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। हालांकि उसके बाद दो से तीन डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तीन से पांच दिसंबर तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
दक्षिण भारत पर डिप्रेशन का असर, भारी बारिश की चेतावनी
दक्षिण भारत में मौसम की सबसे बड़ी गतिविधि बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन है। चक्रवाती तूफान ‘दित्वाह’ (Ditwah) का अवशेष अब एक डिप्रेशन के रूप में उत्तर तमिलनाडु और पुडुचेरी तट के करीब मौजूद है। यह बहुत धीमी गति से दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है और जल्द ही इसके अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने का अनुमान है।
डिप्रेशन के चलते केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ भारी बारिश व वज्रपात होने की आशंका है। विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।
तूफानी गतिविधि के कारण आज, आंध्र प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं, कर्नाटक के तटीय और आंतरिक क्षेत्रों में भी बिजली गिरने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने आज, तीन दिसंबर, 2025 की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य हिस्से और तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय इलाके और श्रीलंका के उत्तरी तटों, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन इलाके में मछली पकड़ने का काम पूरी तरह से रोक दिया गया है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो देश के अधिकतर इलाकों में दिसंबर की शुरुआत के साथ ठंड बढ़ने लगी है। उत्तर भारत, विशेषकर पर्वतीय और मैदानों वाले राज्यों में तापमान तेजी से गिर रहा है। घना कोहरा, शीतलहर और पाला पड़ने की स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी।
वहीं दक्षिण भारत में बंगाल की खाड़ी के डिप्रेशन के कारण बारिश और तेज हवाओं की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में यात्रियों और स्थानीय निवासियों को मौसम विभाग की ताजा अपडेट और चेतावनियों का पालन करना जरूरी है।