एक नए अध्ययन में कहा गया है कि खेतों के पास रहने वाले हाथी घने जंगलों में रहने वाले हाथियों की तुलना में ज्यादा साहसी होते हैं। उनका इस तरह का व्यवहार लोगों और हाथियों के बीच तालमेल बैठाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
न्यूयार्क के सिटी विश्वविद्यालय के शोध में पाया गया कि थाईलैंड में खेती वाली जमीन के किनारे रहने वाले जंगली हाथी, संरक्षित जंगलों में रहने वाले हाथियों की तुलना में अपरिचित वस्तुओं के सामने आने पर अधिक जिज्ञासु और खोजबीन करने वाले होते हैं।
इस बात का पता लगाते हुए कि अलग-अलग हिस्सों में हाथियों का व्यवहार कैसे बदलता है, यह अध्ययन इस बात की अहम जानकारी प्रदान करता है कि जंगली जानवर लोगों के रहने वाले वातावरण में कैसे ढल जाते हैं और क्यों कुछ अन्य की तुलना में अधिक खतरा उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
रॉयल सोसाइटी ओपन साइंस में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, यह समझना कि कुछ हाथी उन आवासों में मनुष्यों के साथ जुड़ने के लिए खतरे उठाने को अधिक इच्छुक क्यों होते हैं जहां वे भोजन और अन्य संसाधन साझा करते हैं, यह संघर्ष से निपटने के अधिक प्रभावी तरीकों को ढूंढने में मददगार हो सकता है।
यह अध्ययन यह जानने के लिए किया गया कि अलग-अलग इलाकों में रहने वाले हाथियों में क्या अंतर होता है। उन हाथियों की विशेषताओं का पता लगाने की कोशिश की गई जो जंगल छोड़कर लोगों के करीब समय बिताने आते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
इस अध्ययन में दो अलग-अलग परिस्थितियों में हाथियों की नई वस्तुओं से मवेशियों के ब्रश और आग बुझाने वाले नल के प्रति प्रतिक्रियाओं की तुलना की गई। जहां एक दूर स्थित वन अभयारण्य था और दूसरा खेत से सटा एक भू-भाग था।
लोगों के पास रहने वाले हाथियों में वस्तुओं की जांच-पड़ताल करने और उनसे बातचीत करने की संभावना अधिक देखी गई, जिससे शोधकर्ताओं द्वारा "नियोफिलिया" या नएपन के प्रति आकर्षण का बड़ा स्तर देखा गया।
इस तरह का व्यवहार हाथियों को अधिक कैलोरी वाली फसलों, संसाधनों को खोजने में मदद कर सकता है, लेकिन इससे मनुष्यों के साथ खतरनाक मुठभेड़ों का खतरा भी बढ़ जाता है। विकास के चलते हाथियों के आवास छीनने के कारण, वे अक्सर गांवों और खेतों में भोजन की तलाश करते हैं, जिससे स्थानीय लोगों के साथ संघर्ष होता है।
अध्ययन में हाथियों की कई वस्तुओं के प्रति प्रतिक्रियाओं की तुलना करके यह भी पता लगाया कि क्या जिज्ञासा और खोजी हाथियों के स्थिरता के लक्षण हैं। लेकिन व्यवहार में एकरूपता के बारे में ठोस निष्कर्ष निकालने के लिए बहुत कम हाथियों ने दोनों वस्तुओं का सामना किया।
फिर भी ये निष्कर्ष इस बात की एक प्रभावशाली झलक देते हैं कि वातावरण किस प्रकार पशु व्यवहार को प्रभावित करता है। ये निष्कर्ष बताते हैं कि जिज्ञासा में हर एक अंतर हाथियों को अनुकूल होने में मदद कर सकता है, लेकिन इसकी एक कीमत भी चुकानी पड़ सकती है।
यह शोध प्लॉटनिक के पशु संज्ञान और संरक्षण के क्षेत्र में लंबे समय से किए जा रहे शोध पर आधारित है। उनकी प्रयोगशाला का उद्देश्य पशु मन की वैज्ञानिक समझ को एशियाई हाथी जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए व्यावहारिक उपकरणों में बदलना है। प्रयोगशाला द्वारा किए गए कार्य को हाल ही में सीबीएस के 60 मिनट्स में थाईलैंड में मानव-हाथी संघर्ष पर बनाई गई एक वीडियों के हिस्से में दिखाया गया था।
हाथियों के लक्षणों पर तुलनात्मक जानकारी संरक्षण प्रयोगशाला के शोध और इस व्यवहारिक ज्ञान को हाथियों और लोगों के बीच बुरे संबंधों को कम करने के नए तरीकों में एक साथ जोड़ने के वर्तमान कार्य के और अधिक परिणाम देखे जा सकता हैं।