कैनसस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने लूजोन के फिलीपींस द्वीप से लिम्नोनेक्टेस कैसिओपिया नामक मेंढक की एक नई प्रजाति का पता लगाया है।
शोध के मुताबिक, पिछले 20 सालों में नई प्रजाति के नमूने दर्जनों बार एकत्र किए गए, लेकिन सभी को गलती से लूजोन या लूसोन विशाल नुकीले दांत वाले मेंढक का किशोर संस्करण के समान माना गया।
शोधकर्ता ने शोध के हवाले से कहा, उन्हें नुकीले मेंढक इसलिए कहा जाता है क्योंकि कुछ प्रजातियों के नरों के निचले जबड़े में नुकीले दांतों की तरह बड़े, हड्डीदार उभार होते हैं, जो बहुत ही अनोखा है। यह अभी भी एक रहस्य है, लेकिन आम तौर पर यह माना जाता है कि इन नुकीले दांतों का इस्तेमाल नर-से-नर की लड़ाई के लिए किया जाता है।
नर के नुकीले दांत मादाओं की तुलना में बहुत बड़े होते हैं। इन नरों के सिर बड़े होते हैं और इनमें से बहुत से मेंढक बहुत बड़े हो सकते हैं, जिनमें से कुछ दक्षिण-पूर्व एशिया में मुर्गियों जितने बड़े होते हैं।
शोधकर्ता ने सबसे पहले सभी फिलीपींस द्वीप के नुकीले मेंढकों का एक बड़ा आनुवंशिक सर्वेक्षण करते हुए लिम्नोनेक्टेस कैसिओपिया के रूप में पहचाना, जिसमें एक दर्जन से अधिक ज्ञात प्रजातियां शामिल हैं।
इक्थियोलॉजी एंड हर्पेटोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि पिछली डेढ़ सदी में कई प्रजातियों का मूल रूप से वर्णन केवल उनकी शारीरिक बनावट के आधार पर किया गया था। लूजोन में नुकीले मेंढकों की दो ज्ञात प्रजातियां थीं - लिम्नोनेक्टेस मैक्रोसेफालस, जो कि बड़ी प्रजाति थी और एक मध्यम आकार की प्रजाति जिसे लिम्नोनेक्टेस वुडवर्थी कहा जाता है।
शोधकर्ता ने शोध में बताया कि मैक्रोसेफालस के बगल में एक अलग समूह की खोज की जो आनुवंशिक आंकड़ों में एक अलग शाखा के रूप में दिखाई दिया। नुकीले मेंढक के आनुवंशिक आंकड़ों में इस तीसरी, पहले से अज्ञात प्रजाति को खोजने से शोधकर्ताओं ने संग्रहालय के नमूनों के आकर की जांच शुरू की।
दोनों प्रजातियों के शारीरिक लक्षणों के बीच अंतर करने के लिए, शोधकर्ता ने बताया कि यह समझना आसान हो गया था कि उन्हें एक ही प्रजाति के रूप में कैसे भ्रमित किया जा सकता है।
सांख्यिकीय रूप से, उनके शरीर के आकार की तुलना में, उनके पैर के अंगूठे के पैड छोटे हो सकते हैं। इसलिए शोधकर्ता ने सभी आनुवंशिक रूप से पहचाने गए नमूनों को फिर से वापस निकाला और मुख्य विशेषता पाई - एक सरल शारीरिक विशेषता जिसे कोई भी जंगल में पहचान सकता है।
यदि वे इनमें से किसी एक मेंढक को पकड़ते हैं, तो वे उसे पलटकर तुरंत पहचान सकते हैं। न केवल पैर के पैड छोटे होते हैं, बल्कि वे सफेद भी होते हैं। वे पीले, पूरी तरह से बिना रंग के होते हैं, जो उन्हें प्राथमिक प्रजाति, लिम्नोनेक्टेस मैक्रोसेफालस से अलग करता है, जिसके पैर के पैड गहरे भूरे रंग के होते हैं।
शोधकर्ता ने कहा कि यह अनदेखा विवरण और भी मजेदार है क्योंकि मेंढकों का गृह द्वीप ग्रेट ब्रिटेन की तुलना में अधिक घनी आबादी वाला है। उन्होंने कहा, लूजोन के लोग इन मेंढकों को पूरे समूह को 100 से अधिक सालों से पकड़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि वे कई स्वदेशी समूहों के आहार का हिस्सा हैं।
मेंढक आनुवंशिक रूप से अलग-अलग होते हैं, इसलिए उनकी पूरे शरीर की बनावट, उनके आकार और आकृति में एक बड़े अंतर से मेल खाती है, जिस तरह से मेंढक वास्तविक रूप में दिखाई देते हैं।
वास्तव में, नई प्रजाति के पांच सफेद टोपैड्स से पांच सितारा तारामंडल कैसिओपिया जैसी दिखती और उन्होंने नई प्रजाति का नाम लिम्नोनेक्टेस कैसियोपिया रखा है।
समय के साथ शोधकर्ता को एक और बड़ा अंतर स्पष्ट दिखा, नई लिम्नोनेक्टेस कैसिओपिया प्रजाति ने अपने विकास में, किशोर से वयस्क तक, लिम्नोनेक्टेस मैक्रोसेफालस की तुलना में पहले अपना बड़ा सिर विकसित किया।
जाहिर है विशाल मैक्रोसेफालस मेंढक आकार में एक दूसरे से मिलते-जुलते हैं क्योंकि वे सभी शुरू में बहुत छोटे होते हैं और उन्हें पहचानना आसान नहीं है।
शोधकर्ता ने यह तय करने के लिए माप किए, उन्होंने बताया कि एक बार जब नर यौन परिपक्वता तक पहुंचने लगते हैं, तो उनके सिर बड़े, चौड़े हो जाते हैं और बड़े नुकीले दांत विकसित हो जाते हैं।
विश्लेषण से पता चला कि बड़े सिर इस नए आनुवंशिक समूह में कुल मिलाकर छोटे शरीर के आकार में दिखाई देने लगते हैं।
शोधकर्ताओं ने शोध के हवाले से कहा, अब जबकि नई प्रजाति की पहचान हो गई है, अब वे जंगल में इसके व्यवहार के बारे में और अधिक जांच-पड़ताल करेंगे और यह भी जानेंगे कि यह लिम्नोनेक्टेस मैक्रोसेफालस से किस तरह अलग है।