छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे में 12 सेमी या 120 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।  
मौसम

मॉनसून अपडेट: कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते कई राज्यों में भारी बारिश के आसार

Dayanidhi

बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों और बांग्लादेश से लेकर पश्चिम बंगाल के तटों के आसपास के इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानों पर अच्छी तरह से कम दबाव में तब्दील होने का पूर्वानुमान है। इसके बाद, अगले तीन दिनों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और उससे सटे हिस्सों में आगे बढ़ने का अनुमान है।

वहीं मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि इस हफ्ते मॉनसून ट्रफ के समुद्र तल पर सक्रिय रहने और अपनी सामान्य स्थिति के करीब बने रहने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है जो मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आसपास के इलाकों में एक और चक्रवाती प्रसार बना हुआ है जो मध्य स्तरों तक फैला हुआ है।

उपरोक्त कम दबाव से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में बने चक्रवाती प्रसार व मॉनसूनी गतिविधि के चलते आज, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सात राज्यों में 12 सेमी या 120 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।

वहीं आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, लक्षद्वीप तथा आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में भी जमकर बरस सकते हैं बादल, इन सभी राज्यों में सात सेमी या 70 मिमी तक बारिश हो सकती है।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, आज पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, रायलसीमा, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं

शनिवार 17 अगस्त 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तर-पश्चिमी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के कई इलाकों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, कर्नाटक और केरल के तटों, लक्षद्वीप, मालदीव और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-मध्य हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के उत्तरी खाड़ी, ओडिशा तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, पश्चिम मध्य और निकटवर्ती पूर्व मध्य अरब सागर, दक्षिण पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया, ओमान तटों के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट देखे तो, कल पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के बुलसर-वलसाड में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल 16 अगस्त को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा और तटीय कर्नाटक के कई इलाकों, राजस्थान, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र तथा मराठवाड़ा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, लक्षद्वीप तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।