मानसून विदाई – गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों से दक्षिण-पश्चिम मानसून विदा, अगले दो दिनों में दिल्ली-यूपी-हिमाचल से भी विदाई संभव।
बंगाल की खाड़ी में दबाव – 25 सितम्बर तक नया दबाव बनेगा, जो 27 सितम्बर तक डिप्रेशन में बदलकर ओडिशा-आंध्र तट से टकरा सकता है।
भारी बारिश का अलर्ट – पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 115–204 मिमी तक बारिश संभव।
तेज हवाएं व वज्रपात – तटीय राज्यों में 40–50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं, बिहार-झारखंड समेत कई जगह बिजली गिरने का खतरा।
बाढ़ व जलभराव का खतरा – महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के जिलों में अचानक बाढ़ और जलभराव की चेतावनी।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 23 सितंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों से विदाई ले ली है। विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ और हिस्सों, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के कुछ इलाकों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई हो सकती है।
देश के कुछ राज्यों से मानसून की विदाई के साथ ही बंगाल की खाड़ी में मौसम सक्रिय बना हुआ है। उत्तर खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जो पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। 25 सितंबर तक एक और नया दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। यह दबाव आगे चलकर गहरे दबाव (डिप्रेशन) में तब्दील हो सकता है और 27 सितम्बर तक दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश तट को पार कर सकता है। साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है।
इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 23 सितंबर, 2025 को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती हिस्सों और ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तेलंगाना तथा उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
देश के अन्य इलाकों में बारिश की बात करें तो द्वीप समूह, उत्तर-पूर्व, पूर्व, पश्चिम और मध्य भारत में गरज के साथ बारिश हो सकती है। जबकि दक्षिण भारत और पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
आंधी-तूफान और बिजली गिरने का अलर्ट
आज, बारिश के साथ साथ अंडमान और निकोबार, तटीय आंध्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपत के आसार हैं।
इसी बीच बिहार, झारखंड, आंतरिक कर्नाटक, रेयालसीमा, उप-हिमालयी बंगाल और सिक्किम तथा तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा बौछारें पड़ने व बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।
आज, 23 सितंबर, 2025 को असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, केरल, गोवा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में गरज के बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
बाढ़ और जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग ने कुछ राज्यों के जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव का खतरा जताया है। इनमें मध्य महाराष्ट्र के अहमदनगर, धुले, जलगांव, नंदुरबार, नासिक जिले तथा मराठवाड़ा के औरंगाबाद, बीड, जालना, लातूर, नांदेड, उस्मानाबाद जिले शामिल है। इन सभी जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान जलभराव व अचानक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो इसी बीच उत्तर आंतरिक कर्नाटक के बेलगाम, बीजापुर और गुलबर्गा जिलों में भी अचानक बाढ़ व जलभराव का अंदेशा जताया गया है।
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा के ढेंकानाल, जाजपुर, केेंदुझार, मयूरभंज, सुंदरगढ़ जिलों में पानी भरने व अचानक बाढ़ की आशंका जताई गई।
इसी दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया और दक्षिण 24 परगना जिलों तथा झारखंड के बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, खूंटी, रामगढ़, रांची, सरायकेला और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को इन राज्यों के सभी जिलों में नदी-नालों के पास सतर्क रहने की सलाह दी है।
कहां दिखेगा मौसम का गंभीर असर?
सितंबर का यह तीसरा सप्ताह भारत के मौसम में दोहरी तस्वीर दिखा रहा है। एक ओर उत्तर भारत से मानसून विदा हो रहा है और शुष्क मौसम की शुरुआत हो रही है, वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी और उसके आस-पास के इलाके नए दबाव क्षेत्रों और चक्रवातीय गतिविधियों से प्रभावित हो रहे हैं।
आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों पर मौसम का गंभीर असर दिख सकता है। इस दौरान लोगों को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है, किसानों को भारी बारिश व जलभराव तथा आंधी-तूफान के चलते फसलों को सुरक्षित रखने का सुझाव दिया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 22 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 22 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, गुजरात, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पूर्वी राजस्थान, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा मध्य महाराष्ट्र में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, सौराष्ट्र और कच्छ, पश्चिम मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, असम और मेघालय, मराठवाड़ा, केरल और माहे, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 22 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा के दहानू में 7 सेमी, मुंबई में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों के मिदनापुर में 5 सेमी, दीघा और सागर द्वीप प्रत्येक जगह 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 4 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के बारामती में 4 सेमी, महाबलेश्वर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, ओडिशा के संबलपुर में 4 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 3 सेमी, बिहार के पूर्णिया में 3 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के दमन में 2 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के इंदौर में 2 सेमी, असम और मेघालय के बारापानी में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।