दिल्ली में 13 अक्टूबर की सुबह न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस मौसम की सबसे ठंडी सुबह रही।
तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और पुडुचेरी में भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश, असम, कोंकण, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपर, ऊपरी हवाओं में चक्रवात सक्रिय हैं, जो मौसम को प्रभावित कर रहे हैं।
अगले 24 घंटों में महाराष्ट्र, एमपी, यूपी, बिहार समेत कई राज्यों से दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह विदा ले लेगा। पूर्वोत्तर भारत से भी दो से तीन दिनों में वापसी संभव है।
उत्तराखंड व हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जिससे दिन-रात के तापमान में लगभग 13 डिग्री सेल्सियस का अंतर देखा गया।
अक्टूबर का महीना भारत में मौसम परिवर्तन का समय होता है। एक तरफ दक्षिण भारत में अभी भी बारिश का दौर जारी है, तो दूसरी तरफ उत्तर भारत, में ठंडी हवाओं ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी वायुमंडल में चक्रवाती प्रसार सक्रिय हैं, जिससे कहीं भारी बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी देखी जा रही है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह,13 अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहां गया है कि इस समय भारत के कई राज्यों के ऊपर ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उसके आसपास, उत्तर-पूर्व असम और उससे सटे इलाकों तथा उत्तर कोंकण के कई हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवात जारी है।
वहीं दक्षिण तमिलनाडु तट व दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कई इलाकों में भी ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इन चक्रवाती गतिविधियों के कारण देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और गरज-चमक के साथ मौसम में हलचल बनी हुई है।
आज कहां-कहां होगी गरज के साथ बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, आज 13 अक्टूबर, 2025 को दक्षिण भारत के कई राज्यों में गरज के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। विशेष रूप से जिन राज्यों में भारी बारिश होने के आसार हैं उनमें तटीय आंध्र प्रदेश, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल शामिल हैं। विभाग ने इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
इसके अलावा, कुछ राज्यों में बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है, खासकर केरल और माहे, लक्षद्वीप, ओडिशा, तेलंगाना इनमें शामिल हैं।
वहीं, आज 13 अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, दक्षिण कर्नाटक और तमिलनाडु में गरज के साथ बौछारें पडने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। विभाग के द्वारा लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करें, खासकर गरज-चमक और भारी बारिश वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें।
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में सर्दी की दस्तक
देश की राजधानी दिल्ली में लोगों के लिए 13 अक्टूबर की सुबह इस मौसम की सबसे ठंडी सुबह रही। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन में पहली बार 20 डिग्री से नीचे गया है। अधिकतम तापमान लगभग 31 डिग्री रहा। इस अचानक आई ठंडक ने दिल्लीवासियों को हल्के गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर कर दिया है।
क्या ये जल्दी सर्दी आने का संकेत है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ठंडक एक अस्थायी गिरावट है, जो मानसून की विदाई और आसमान में बादलों की कमी के कारण हुई है। रात के समय जब आसमान साफ होता है, तो जमीन की गर्मी जल्दी निकल जाती है, जिससे रात का तापमान गिरता है। इसे विकिरणीय शीतलन (रेडिएशनल कूलिंग) कहते हैं।
हालांकि अगर आने वाले हफ्तों में यह गिरावट लगातार बनी रहती है, तो यह संभव है कि इस साल सर्दी जल्दी शुरू हो जाए। लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि इस बार सर्दी ज्यादा कड़ाके की पड़ सकती है।
देश के कई हिस्सों में मौसम तेजी से बदल रहा है। दक्षिण भारत में जहां अब भी बारिश और तूफानी हवाओं का दौर जारी हैं, वहीं उत्तर भारत में ठंड ने अपनी आहट दे दी है। मानसून की विदाई के साथ ही उत्तर भारत में मौसम साफ और ठंडा होता जाएगा। दिल्ली की ठंडी सुबहें इस बदलाव की शुरुआती निशानी हैं। राजधानी में आज अधिकतम तापमान के 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में इन दिनों पर्वतीय हिस्सों में भारी ठंड तो मैदानों में सुबह और शाम के समय हल्की सर्दी पड़ रही है। पहाड़ी इलाकों में कुछ दिन पहले पड़ी बर्फ की वजह से यहां बर्फीली हवाओं के चलने का कारण सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ गई है।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में गर्मी से सर्दी में मौसमी बदलाव देखा जा रहा है। पहाड़ी हिस्सों में सुबह और शाम के समय अचानक तापमान में गिरावट आ रही है, रात के तापमान में 13 डिग्री सेल्सियस का अंतर रिकॉर्ड किया गया है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बीते रविवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में तेज धूप खिलने से उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया, लेकिन दिन ढलने के साथ ही आसमान में बादलों की आवाजाही शुरू होने से ठंडी हवाओं का दौर जारी हुआ। विभाग की मानें तो इस हफ्ते उत्तराखंड के लगभग सभी जनपदों में मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी
इस समय देश के विभिन्न राज्यों से मानसून की विदाई की प्रक्रिया चल रही है। मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले 24 घंटों में मानसून इन राज्यों से पूरी तरह वापस हो जाएगा। इन राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना के कुछ हिस्से शामिल हैं।
इसके बाद अगले दो से तीन दिनों में पूरे पूर्वोत्तर भारत भी मानसून विदाई ले लेगा। मानसून की वापसी का मतलब है कि उत्तर भारत में ठंड की शुरुआत और दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत होना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 12 अक्टूबर, 2025 को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के इंदौर में न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 12 अक्टूबर, 2025 को केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, ओडिशा, असम और मेघालय तथा रायलसीमा के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल, 12 अक्टूबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपटनम में 10 सेमी, काकीनाडा में 1 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुड्डालोर में 6 सेमी, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम-शहर में 4 सेमी, ओडिशा के गोपालपुर में 4 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 3 सेमी, असम और मेघालय के तेजपुर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।