29 जनवरी से दो फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश व बर्फबारी होने की संभावना है। 
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कई राज्यों में मौसम रहेगा शुष्क, कल से पश्चिमी हिमालयी इलाकों में होगी बारिश-बर्फबारी

आज यानी 28 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लोगों को शीत लहर का कहर झेलना पड़ सकता है

Dayanidhi

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है।

वहीं ओडिशा और झारखंड में भी एक से तीन डिग्री की गिरावट तथा पूर्वी राजस्थान, असम और मेघालय तथा तेलंगाना में एक से तीन डिग्री की वृद्धि हुई और सौराष्ट्र और कच्छ में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है।

पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक से माइनस तीन सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगभग सामान्य के करीब रहा।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। वहीं इसी दौरान मध्य और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में भी कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

अगले दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक,उत्तर-पश्चिम भारत और उससे सटे उत्तराखंड के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान पांच से 10 डिग्री सेल्सियस, मध्य भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 10 से 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में राजस्थान के फतेहपुर सीकर में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

शीत लहर व सर्दी का सितम

उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप लगातार जारी है, आज भी हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लोगों को शीत लहर का कहर झेलना पड़ सकता है। वहीं कल, यानी 27 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर का सितम रहा।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

देश के कई हिस्से घने कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं, मौसम विभाग की मानें तो उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 30 जनवरी तक रात व सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

वहीं, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में 28 जनवरी तक रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका है, जबकि, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में 29 जनवरी तक तथा उत्तर प्रदेश में 30 और 31 जनवरी को रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

ओडिशा में 30 जनवरी तक, बिहार में 31 जनवरी तक, 28 से 31 जनवरी के दौरान पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में तथा असम और मेघालय में 28 जनवरी तक रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज सुबह, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। कोहरे को वजह से बिहार के पूर्णिया में दृश्यता शून्य, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच में दृश्यता शून्य, ओडिशा के पारादीप और गोपालपुर प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई।

कहां होगी बारिश व बर्फबारी?

देश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है, हालांकि आने वाले दिनों में एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों में मौसमी बदलाव करने का पूर्वानुमान है।

विभाग ने अपडेट में कहा है कि पहला पश्चिमी विक्षोभ 29 जनवरी से और दूसरा एक फरवरी से सक्रिय होगा। इनके प्रभाव से 29 जनवरी से दो फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश व बर्फबारी होने की संभावना है

वहीं, 30 जनवरी से एक फरवरी, 2025 के दौरान पश्चिमी हिमालयी हिस्सों के आसपास के मैदानी इलाकों में गरज के साथ बारिश हो सकती है।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो 30 जनवरी से एक फरवरी के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और 31 जनवरी को केरल और माहे में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं

वहीं आज, यानी 28 जनवरी को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह और सिक्किम के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

समुद्र में हलचल

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण श्रीलंका तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।