बिहार में भीषण बारिश का रेड अलर्ट, बादलों के 204.5 मिमी से अधिक बरसने का अंदेशा। 
मौसम

मौसम अलर्ट: पूर्वी, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश की चेतावनी

आज, तीन अक्टूबर, 2025 को असम-मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल-सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

Dayanidhi

🔴 बिहार में भीषण बारिश का रेड अलर्ट, बादलों के 204.5 मिमी से अधिक बरसने का अंदेशा।

🟠 ऑरेंज अलर्ट: असम, मेघालय, झारखंड, ओडिशा और बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश।

🟡 येलो अलर्ट: पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश, 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

🌪️ आंधी-तूफान व बिजली का खतरा: तटीय आंध्र प्रदेश और झारखंड समेत कई राज्यों में अलर्ट।

🌾 किसानों के लिए सलाह: फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें और खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें।

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, दो अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई अब राजस्थान, गुजरात और उत्तर भारत के कई हिस्सों से हो चुकी है। वर्तमान में मानसून की विदाई रेखा वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी और शाहजहांपुर तक पहुंच गई है।

इस बीच बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ही ओर कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हैं। बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन ओडिशा तट के गोपालपुर के पास से होकर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया है। वहीं, अरब सागर में बना एक अन्य डिप्रेशन अगले 12 घंटों में और तेज होकर डीप डिप्रेशन में तब्दील होगा तथा अगले तीन दिनों में पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा।

इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश में ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार भी सक्रिय हैं, जिससे विभिन्न हिस्सों में बारिश और आंधी-तूफान के आसार बने हुए हैं।

कहां-कहां बरसेंगे बादल?

मौसम विभाग ने तीन अक्टूबर, 2025 के लिए कई राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं आज, बिहार के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, जिससे जलभराव और फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 204.5 मिमी से अधिक पानी बरस सकता है।

वहीं आज, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इन राज्यों में बादलों के 115.6 से 204.4 मिमी तक बरसने के आसार हैं। यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।

जबकि आज, तीन अक्टूबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आंधी-तूफान और वज्रपात का अंदेशा

मौसम विभाग की मानें तो आज बरसात के साथ-साथ तटीय आंध्र प्रदेश में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने के भी आसार हैं। वहीं आज, झारखंड, ओडिशा, बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और अन्य हिस्सों में वज्रपात तथा गरज के साथ बारिश होने का अंदेशा जताया गया है।

मौसम का कृषि पर असर और किसानों के लिए सुझाव

विभाग ने अपने पूर्वानुमान में आशंका जताते हुए कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं से फसलों पर बड़ा असर पड़ सकता है। इसलिए किसानों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है

बिहार की बात करें तो यहां भीषण बारिश के चलते धान, मक्का और सब्जियों के खेतों में पानी भर सकता है, किसानों को सलाह दी गई है कि वे अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें। जिससे जलभराव की समस्या से फसलों को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। झारखंड में भी इसी तरह की मौसमी गतिविधि के चलते यहां धान, मक्का, बाजरा और दालों की फसलों के खेतों से पानी निकालना जरूरी है।

उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी बारिश का दौर जारी है, विभाग ने कहा है कि पकी हुई इलायची, लाल मिर्च (दल्ली खोरसानी) और कीवी की फसल की कटाई तुरंत करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें। पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में धान, मूंगफली, सब्जी और पान की बारी से अतिरिक्त पानी की निकासी की व्यवस्था करें।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में पकी हुई मक्का की फसल की तुरंत कटाई कर लें और सुरक्षित स्थान पर रखें। धान, मक्का और सब्जियों के खेतों से पानी निकालें। छत्तीसगढ़ में धान, अरहर, उड़द, मक्का और सोयाबीन के खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था करें। पकी हुई फसलें सुरक्षित जगहों पर रखने का सुझाव दिया गया है।

पूर्वी मध्यप्रदेश में मक्का और सोयाबीन की फसल सुरक्षित स्थान पर रखी जाए। धान और सब्जियों के खेतों से पानी बाहर निकालने की सलाह दी गई है।

आंध्र प्रदेश (तटीय क्षेत्र) में धान, मक्का, अरहर, कपास, गन्ना, मूंगफली, हल्दी और बागवानी फसलों (नारियल, सुपारी, केला, कॉफी, काली मिर्च) में जलभराव होने से बचाव करें।

अरुणाचल प्रदेश में पकी हुई धान, मक्का और सब्जियों की कटाई कर लें। नई फसल जैसे मटर और पत्तागोभी के खेतों में पानी जमा न होने दें। असम में

साली धान, उड़द, मूंग और सब्जियों के खेतों में जलभराव से बचाव करें। इस समय पत्तागोभी की बुवाई और फूलगोभी की रोपाई न करें।

तीन अक्टूबर, 2025 को देश के कई इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं। बिहार में सबसे ज्यादा खतरा है जहां भीषण बारिश की वजह से फसलों को नुकसान और जलभराव हो सकता है। वहीं आज, पूर्वी भारत, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भी बारिश और आंधी-तूफान के हालात रहेंगे।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, दो अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु के पलायमकोट्टई में अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेउर में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, दो अक्टूबर, 2025 को ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और बिहार के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय, पूर्वी राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, कोंकण और गोवा, गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, केरल और माहे, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तटीय कर्नाटक, छत्तीसगढ़, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, दो अक्टूबर, 2025 को असम और मेघालय के चेरापूंजी में 8 सेमी, सिलचर में 4 सेमी, शिलांग, बारापानी प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपटनम में 7 सेमी, विशाखापत्तनम में 2 सेमी, उत्तराखंड के पंतनगर में 4 सेमी, देहरादून-मोहकमपुर में 2 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के कांडला, केशोद प्रत्येक जगह 3 सेमी, भुज, महुवा प्रत्येक जगह 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कैलाशहर में 2 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के मालदा में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता-अलीपुर, डायमंड हार्बर, कैनिंग, कोलकाता साल्ट लेक और हल्दिया प्रत्येक जगह 2 सेमी, ओडिशा के परलाखेमुंडी में 10 सेमी, कोरापुट 6 सेमी, बालासोर में 2 सेमी, बिहार के मुजफ्फरपुर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।