सात से 10 अप्रैल के दौरान राजस्थान में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि साथ से नौ अप्रैल के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्रचंड लू चलने की आशंका जताई गई है। फोटो साभार: आईस्टॉक
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मौसम अपडेट: हिमाचल, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान व गुजरात में लू, दक्षिण में बारिश

आठ अप्रैल, 2025 से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं।

Dayanidhi

मौसम इस बार अपने अलग-अलग रंग दिखा रहा है, जहां एक ओर प्रचंड गर्मी, उमस से लोग परेशान हैं, वहीं कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान व बारिश के चलते गर्मी से हल्की राहत महसूस की जा रही है।

मौसम विभाग के द्वारा आज, सात अप्रैल, 2025 को जारी मौसम के ताजा अपडेट में कहा गया है कि पूर्वी बिहार पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है और निचले स्तरों में पूर्वी बिहार से लेकर पूर्वी विदर्भ तक एक हवाओं के ट्रफ बना हुआ है।

वहीं निचले स्तरों में दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर एक और ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते निचले स्तरों में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से पिछले कुछ दिनों से लगातार नमी भरी हवाएं आपस में मिल रही हैं।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के कारण आज सात अप्रैल, 2025 को केरल और माहे में, सात और आठ अप्रैल को कर्नाटक में, सात से 10 अप्रैल के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में तेज तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश के चलते किसानों को अपने सुझाव में कहा है कि खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें।

वहीं आज, सात अप्रैल को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।

उत्तर पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव

उत्तर पश्चिम भारत के तमाम हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर है, तापमान नित्य नए रिकॉर्ड बना रहा है। पहाड़ी इलाके भी गर्मी से तप रहें हैं, हालांकि मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आठ अप्रैल, 2025 से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं।

वहीं नौ और 10 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में बिजली गिरने तथा तेज तूफानी हवाओं के साथ बादलों के बरसने का पूर्वानुमान है। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है, इसके चलते बढ़ती गर्मी से मामूली राहत मिल सकती है।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण नौ अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मौसमी बदलाव

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उसके आस-पास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, यह मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इसके कारण अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है। इसकी वजह से अगले छह से सात दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा असम एवं मेघालय में, पकी हुई फसलों, फलों एवं सब्जियों की तुरन्त कटाई करें को कहा है। साथ ही कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर ले जानें अथवा खेतों में तिरपाल की चादरों से ढकने का सुझाव दिया है। खड़ी फसलों एवं सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने का भी प्रबंध करने को भी कहा गया है।

समुद्र में हलचल

सात से नौ अप्रैल, 2025 के दौरान अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो, अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत, महाराष्ट्र और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस वृद्धि और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।

वहीं अगले चार दिनों के दौरान मध्य भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान है। अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलव होने की संभावना नहीं है।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद के दो दिनों के दौरान कोई बड़ा बदलाव होने का अनुमान नहीं है।

वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, छह अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और सौराष्ट्र और कच्छ के कांडला में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच और पूर्वी मध्य प्रदेश के सीधी में न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

वहीं, देश भर में अधिकतम तापमान की बात करें तो कल, छह अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और सौराष्ट्र और कच्छ के कांडला में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि सात से 10 अप्रैल के दौरान गुजरात के कुछ हिस्सों में हीटवेव या लू चलने की आशंका है, जबकि सात अप्रैल को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने का अंदेशा जताया गया है। सात से 10 अप्रैल के दौरान राजस्थान में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि साथ से नौ अप्रैल के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्रचंड लू चलने की आशंका जताई गई है

वहीं आज, सात अप्रैल को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू चलने के आसार हैं, सात से 10 अप्रैल के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, सात और आठ अप्रैल को दिल्ली, सात से नौ अप्रैल के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, आठ से 10 अप्रैल के दौरान मध्य प्रदेश में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

सात से 10 अप्रैल के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, सात और आठ अप्रैल को दिल्ली, सात से नौ अप्रैल के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, आठ से 10 अप्रैल के दौरान मध्य प्रदेश में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

वहीं कल, यानी छह अप्रैल, 2025 को कच्छ के कई हिस्सों में भीषण लू का कहर रहा, जबकि सौराष्ट्र, गुजरात के अलग-अलग इलाकों, हिमाचल प्रदेश तथा राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म हवाओं से दो चार होना पड़ा।

मौसम विभाग की मानें तो सात से नौ अप्रैल के दौरान गुजरात, कोंकण और गोवा के तटीय इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम के रहने के आसार हैं

मौसम विभाग ने कहा है कि लंबे समय तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में गर्मी से होने वाली बीमारियों के लक्षणों के बढ़ने की आशंका गई है। कमजोर लोगों जैसे कि शिशु, बुज़ुर्ग, पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बढ़ता तापमान चिंताजनक है।

मौसम विभाग ने सुझाव दिया है कि गर्मी के संपर्क में आने से बचें अपने आपको ठंडा रखने की कोशिश करें, निर्जलीकरण से बचें। पर्याप्त पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस, घर के बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें।

लोगों को हल्के, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनने,अपने सिर को ढकने, कपड़े, टोपी या छाते का उपयोग करने की भी सलाह दी गई है।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?

कल, छह अप्रैल को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के कई इलाकों, केरल और माहे के कुछ हिस्सों तथा पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के सतह बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, छह अप्रैल केरल और माहे के पैंपदुमपारा में 4 सेमी, पुनालुर में 3 सेमी, अरलम में 2 सेमी, पालोडे में 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के माया बंदर में 3 सेमी तथा लॉन्ग आइलैंड में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।