आज 11 अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में पर धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है। 
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बदला मौसम: उत्तर के कई राज्यों में बौछारें, राजस्थान में धूल भरी आंधी, दक्षिण-पूर्वोत्तर में भारी बारिश

आज, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ हवाओं के ट्रफ में लगातार जारी है। वहीं, पहला ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार उत्तरी बांग्लादेश पर, दूसरा दक्षिणी असम पर और तीसरा पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर और चौथा मध्य स्तरों पर पूर्वोत्तर बिहार में जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 11 अप्रैल, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

आज 11 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में तथा 12 अप्रैल तक उत्तराखंड में तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश व वज्रपात होने के आसार हैं। वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है

पश्चिमी राजस्थान से लेकर मराठवाड़ा तक के निचले स्तरों पर हवाओं का ट्रफ जारी है, इसकी वजह से आज 11 अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में पर धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है

पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के चलते अगले एक हफ्ते के दौरान केरल और माहे में तथा अगले तीन दिनों के दौरान लक्षद्वीप में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है। वहीं आज केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

जबकि अगले पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा कर्नाटक में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश के कई हिस्सों में आंधी-तूफान व बारिश के चलते पारे में गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के चार दिनों के दौरान धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।

अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। इसी दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 10 अप्रैल, 2025 को मध्य महाराष्ट्र के नंदुरबार में अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के खीरी में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल, 10 अप्रैल, 2025 को मध्य महाराष्ट्र के नंदुरबार में अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

कुछ दिनों तक लू में राहत के बाद एक बार फिर से 14 से 16 अप्रैल तक पश्चिमी राजस्थान में तथा 16 अप्रैल को पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

हालांकि कल, यानी 10 अप्रैल को राजस्थान और दक्षिण हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा

समुद्र में हलचल

कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते आज, मन्नार की खाड़ी और इससे सटे कोमोरिन के इलाकों, तमिलनाडु तट, श्रीलंका तट तथा दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, ओमान के तटों पर 45 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?

कल, 10 अप्रैल को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के अधिकतर इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, बिहार, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 10 अप्रैल को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के गंगटोक में 2 सेमी, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार प्रत्येक जगह 1 सेमी, बिहार के पटना और पूर्णिया प्रत्येक जगह 4 सेमी, झारखंड के डाल्टनगंज में 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लॉन्ग आइलैंड और मायाबंदर प्रत्येक जगह 3 सेमी, पोर्ट ब्लेयर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 3 सेमी, असम और मेघालय के गोलपाड़ा में 2 सेमी, शिलांग, चपरमुख प्रत्येक जगह 1 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बहराइच प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।