देश के अलग-अलग इलाकों में आंधी-तूफान के साथ कहीं बौछारें तो कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। लेकिन फिर भी गर्म हवाओं और उमस भरे मौसम से राहत नहीं है, खासकर उत्तर भारत के अधिकतर इलाके तप रहे हैं और लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 22 मई, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। जिसकी वजह से 22 से 27 मई के दौरान उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
वहीं, 23 और 24 मई को उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
22 से 27 मई के दौरान हिमाचल प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा बारिश व बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है। जबकि 24 और 25 मई को उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 22 और 24 मई को हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।
उत्तर के मैदानी इलाकों की बात करें तो 22 से 27 मई के दौरान उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं तथा वज्रपात व हल्की बारिश होने का अनुमान है। जबकि 24 से 27 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ में मौसम की इसी तरह की गतिविधि के जारी रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो 22 और 23 मई को पश्चिमी राजस्थान में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ धूल के गुबार उठने की आशंका जताई गई है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का रुख?
चक्रवाती प्रसार व हवाओं के ट्रफ के चलते 22 से 25 मई, 2025 के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में बिजली गिरने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना है। इसी दौरान गुजरात के अधिकतर इलाकों में बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है।
22 और 23 मई के दौरान कोंकण और गोवा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के आसार जताए गए हैं।
22 व 23 मई को मध्य महाराष्ट्र में, 22 से 24 मई के दौरान कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है, इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। जबकि आज, यानी 22 मई को मराठवाड़ा में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां बादलों के 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरसने का अनुमान है।
पूर्व और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसमी बदलाव?
मौसम विभाग के मुताबिक, 22 से 24 मई के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं, 22 से 25 मई के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
आज, यानी 22 मई को पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, छत्तीसगढ़ तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं की गति में इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने का अंदेशा जताया गया है।
22 मई को पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने, वज्रपात तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 22 से 27 मई के दौरान असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
22 से 25 मई, 2025 के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में, 23 से 25 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका है, इन सभी राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी कर्नाटक से लेकर गोवा तटों से दूर पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर व मध्य स्तरों तक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान डिप्रेशन में तब्दील होकर और ज्यादा तेज होने का अंदेशा है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधि के चलते 22 से 27 मई के दौरान केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं अगले पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तेलंगाना में बिजली कड़कने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना है।
22 और 27 मई को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा और तेलंगाना में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद के चार दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद के पांच दिनों में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में तेलंगाना के मेडक में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के मुताबिक, 22 और 23 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में भयंकर हीटवेव या लू चलने की आशंका जताई गई है। इसी दौरान जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं। जबकि आज, 22 मई, 2025 को दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में लोगों को लू का सामना करना पड़ सकता है।
आज, 22 मई को ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने की आशंका है।
वहीं आज, 22 मई को दक्षिण हरियाणा के कुछ इलाकों, 22 और 23 मई के दौरान पंजाब, पश्चिमी राजस्थान और 23 को दक्षिण हरियाणा और 22 मई को पूर्वी राजस्थान में रातों के मौसम के गर्म रहने का अंदेशा जताया गया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गतिविधि
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों के दौरान केरल में मॉनसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही है। इसी दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष इलाकों, लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल 21 मई को असम और मेघालय, केरल और माहे, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद तथा उत्तराखंड में गरज के साथ बादल बरसे।
वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, गुजरात, रायलसीमा, कर्नाटक तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां बरसे बादल पांच सेमी या उससे अधिक?
कल 21 मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के हल्दिया में 10 सेमी, डायमंड हार्बर में 9 सेमी, कोंकण और गोवा के पंजिम में 9 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अमरावती में 9 सेमी, मछलीपट्टनम और विशाखापत्तनम प्रत्येक जगह 5 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कैलाशहर में 8 सेमी, असम और मेघालय के धुबरी मंग 7 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।