मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, आज 23 मई, 2025 को भी उत्तर भारत में गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। विभाग ने कहा है कि आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
जबकि आज, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में गर्म हवाएं चलने का अंदेशा है। साथ ही आज, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में रात में भी गर्मी से छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है।
राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई है।
साथ ही आज, यानी 23 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में धूल भरी आंधी चलने की आशंका है।
वहीं आज, 23 मई 2025 को दक्षिण भारत के तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम का सितम झेलना पड़ सकता है।
देश के अन्य इलाकों में तापमान के उतार-चढ़ाव की बात करें तो, अगले चार दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के तीन दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 22 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां होगी गरज के साथ बारिश, वज्रपात तथा कहां गिरेंगे ओले?
देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ जारी है। साथ ही दक्षिण कोंकण-गोवा तट से दूर पूर्व मध्य अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र आज, 23 मई 2025 को भारतीय समयानुसार 05:30 बजे दक्षिण कोंकण तट से दूर पूर्व मध्य अरब सागर पर एक अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है।
अगले 24 घंटों के दौरान इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और डिप्रेशन में बदलकर और अधिक तीव्र होने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसमी गतविधियों के देखते हुआ आज, यानी 23 मई, 2025 को कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अंदेशा जताया है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, तटीय कर्नाटक और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने,वज्रपात के साथ-साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग के मुताबिक आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, गुजरात, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, केरल और माहे, लक्षद्वीप, मराठवाड़ा और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने,तूफानी हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में बादलों के 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज, 23 मई, 2025 को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश, वज्रपात व ओलावृष्टि होने का भी अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभग की मानें तो आज आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा तथा तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने, बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
साथ ही पूर्वी राजस्थान, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, उत्तर प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक आज, 23 मई को असम और मेघालय, बिहार, तटीय कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा साथ ही बौछारें पड़ने की आशंका है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
कम दबाव के चलते आज, सोमालिया तट और दक्षिण-पश्चिम तथा पश्चिम मध्य अरब सागर के आसपास के हिस्सों में 45 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
आज, दक्षिण गुजरात और उससे सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर, केरल तट, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और उससे सटे कोमोरिन क्षेत्र, आंध्र प्रदेश के तट और उससे सटे समुद्री इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है।
वहीं आज, कोंकण, गोवा, कर्नाटक के तटों और पूर्व मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार जताए गए हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की सलाह दी है।
कहां पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून?
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान केरल में मॉनसून के दस्तक देने की संभावना है।
विभाग का कहना है कि इसी दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष इलाकों, लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और इलाकों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 22 मई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, झारखंड, कोंकण और गोवा, केरल और माहे तथा मराठवाड़ा के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रेकॉर्ड की गई।
वहीं कल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, विदर्भ, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 22 मई को कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में 5 सेमी, पंजिम में 3 सेमी, तटीय कर्नाटक के कारवार में 4 सेमी, होनावर में 3 सेमी तक बरसे बादल।