भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, मानसूनी ट्रफ बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब के ऊपर चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय है।
इन गतिविधियों के चलते आज, एक सितंबर, 2025 को हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में गरज, चमक के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने इन तीनों राज्यों में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
मौसमी गतिविधियों का असर पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और पंजाब के अलग-अलग इलाकों में भी पड़ता दिखाई देगा। इन राज्यों में बिजली कड़कने तथा गरज के साथ भारी से बहुत बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 155.6 से 204.4 मिमी तक बादलों के बरसने तथा बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, एक सितंबर, 2025 को छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तेलंगाना और पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात होने के आसार हैं। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
आज, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की भी आशंका व्यक्त की गई है।
वहीं आज, एक सितंबर, 2025 को असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
कहां-कहां है अचानक बाढ़ व जलभराव का अंदेशा?
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के हिमाचल प्रदेश के चम्बा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों तथा उत्तराखंड के चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में भयंकर बारिश की वजह जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं इसी दौरान, पंजाब के होशियारपुर, रूपनगर, एसएएस नगर जिलों तथा हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली-चंडीगढ़ के पंचकुला और यमुनानगर जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव का खतरा है।
कुल मिलाकर, अगले 24 घंटे हिमाचल, उत्तराखंड और यूपी के लिए सबसे खतरनाक हैं। लोगों को यात्रा से बचने, नदी-नालों के किनारे न जाने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 31 अगस्त, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग तथा मध्य प्रदेश के खंडवा में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 31 अगस्त, 2025 को पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और माहे, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पश्चिम राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, मराठवाड़ा और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वही कल, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा और रायलसीमा के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 31 अगस्त, 2025 को पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 10 सेमी, जबलपुर में 5 सेमी, पूर्वी राजस्थान के अजमेर में 8 सेमी, जयपुर में 3 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के बरेली में 8 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के जम्मू में 7 सेमी, कटरा में 3 सेमी, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में 5 सेमी, चूरू में 4 सेमी, जोधपुर में 3 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पांडिचेरी में 5 सेमी, चेन्नई में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 5 सेमी, बहराइच में 4 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 4 सेमी, पंजाब के चंडीगढ़ में 4 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 4 सेमी, हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में 3 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून-मोहकमपुर में 3 सेमी, कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में 3 सेमी, ओडिशा के गोपालपुर में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
🌧️ हिमाचल प्रदेश – चम्बा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन
🌧️ उत्तराखंड – चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी
🌧️ उत्तर प्रदेश – तराई और पश्चिमी यूपी के कई जिले
🔻 बारिश: 204.5 मिमी से अधिक बारिश, बाढ़ और जलभराव
⚡ पंजाब – होशियारपुर, रूपनगर, एसएएस नगर
⚡ हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली-एनसीआर– पंचकुला, यमुनानगर व आसपास
⚡ जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद
⚡ पूर्वी राजस्थान
🔻 बारिश: 155.6–204.4 मिमी बारिश
🌦️ छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, केरल-माहे
🌦️ कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश
🌦️ नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल (उप-हिमालयी), सिक्किम, तेलंगाना, पश्चिम राजस्थान
🔻 बारिश: 64.5–115.5 मिमी बारिश
🚨 हिमाचल – चम्बा, कांगड़ा, मंडी, शिमला समेत 8 जिले
🚨 उत्तराखंड – देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, टेहरी समेत 9 जिले
🚨 पंजाब – होशियारपुर, रूपनगर, एसएएस नगर
🚨 हरियाणा-चंडीगढ़ – पंचकुला, यमुनानगर
🔥 अधिकतम – मदुरै (तमिलनाडु) : 39.0 डिग्री सेल्सियस
❄️ न्यूनतम – हाफलोंग (असम) व खंडवा (मध्य प्रदेश) : 18.0 डिग्री सेल्सियस