देश के कुछ हिस्सों में तापमान में उछाल से गर्मी अपने चरम पर है, कई राज्य गर्म हवाओं की चपेट में हैं। जबकि कुछ राज्यों में बारिश के चलते तापमान में गिरावट भी रिकॉर्ड की गई है। कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान, बारिश तथा वज्रपात ने कहर ढाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के चार जिलों- बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर में बिजली गिरने से कम से कम 13 लोगों की मौत होने की खबर है।
इस साल फरवरी में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रस्तुत बिहार आर्थिक सर्वेक्षण (2024-25) रिपोर्ट में साल 2023 में बिजली व आंधी से 275 लोगों के मौतों का उल्लेख किया गया।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, यानी 10 अप्रैल, 2025 को भी बिहार में गरज के साथ भारी बारिश व बिजली गिरने की आशंका है। विभाग ने इसके पीछे कम दबाव के क्षेत्र और चक्रवाती प्रसार को जिम्मेवार माना है।
इन मौसमी गतिविधियों का असर अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा असम और मेघालय पर भी दिखाई देगा जहां अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है, इन राज्यों में 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, यानी 10 अप्रैल को झारखंड के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।
कम दबाव के कारण 11 अप्रैल तक तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, केरल और माहे, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य भारत में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं, 13 अप्रैल तक पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में भी तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली गिरने की गतिविधि के जारी रहने के आसार हैं।
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में अप्रैल के महीने में प्रचंड गर्मी के बीच फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है। बारिश के बाद एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है दूसरी ओर बारिश का पानी मुसीबत बनकर सामने आया।
उत्तराखंड के चमोली जिले में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। कल नौ अप्रैल की दोपहर को हुई बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। बारिश के पानी के घरों में घुसने से लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
उत्तर पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों में पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार बना हुआ है। एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार पश्चिमी राजस्थान और उसके आस-पास के इलाकों में जारी है। हवाओं का ट्रफ पश्चिमी राजस्थान से उत्तर-पश्चिम विदर्भ के निचले स्तरों तक पर बना हुआ है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली गिरने की आशंका व्यक्त की है। वहीं आज और कल हिमाचल प्रदेश और 12 अप्रैल तक उत्तराखंड कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा।
10 और 11 अप्रैल के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ मैदानी इलाकों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं आज, 10 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज से अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने का अंदेशा जताया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
बारिश व आंधी-तूफान के चलते जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बिहार में अधिकतम तापमान में चार से आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं लद्दाख, असम, पश्चिम बंगाल, दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तथा उत्तरी अंडमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
जबकि राजस्थान, पूर्व और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश में एक और दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है, वहीं देश के शेष हिस्सों में कोई तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
वहीं आने वाले दिनों में तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत, गुजरात और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
वहीं, अगले चार दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के कांडला में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के नाहन में न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, 10, 14 और 15 अप्रैल को राजस्थान के कुछ इलाकों में लू या हीटवेव के दौर के जारी रहने के आसार हैं। वहीं आज, यानी 10 अप्रैल को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ इलाकों और 15 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में गर्म हवाओं से निजात मिलने के आसार नहीं हैं। आज, 10 अप्रैल को मध्य प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों में लू चलने की आशंका जताई गई है।
वहीं कल, नौ अप्रैल, 2025 को राजस्थान के कई इलाकों में लोगों को भीषण लू से जूझना पड़ा, जबकि, सौराष्ट्र और कच्छ, दक्षिण हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी गर्म हवाएं महसूस की गई। जबकि, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और उससे सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात तथा मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हीटवेव से लोगों को दो चार होना पड़ा।
वहीं आज, 10 अप्रैल को मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने के आसार जताए गए हैं।
समुद्र से दूर रहने रहने की चेतावनी
कम दबाव के चलते मध्य बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों और आसपास के इलाकों, मन्नार की खाड़ी उससे सटे कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण तमिलनाडु तट के साथ-साथ, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, दक्षिण श्रीलंका तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
वहीं आज, गुजरात और इससे सटे उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर 45 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?
वहीं कल, नौ अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, पश्चिम राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।