उत्तराखंड के केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, औली और मुनस्यारी में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जिससे ठंडक बढ़ गई है।  
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उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी, दक्षिण और पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अंदेशा

दक्षिण-पश्चिम मानसून विदाई की ओर, उत्तराखंड में पहली बर्फबारी जबकि दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट

Dayanidhi

  • उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी, केदारनाथ, बद्रीनाथ, औली और हेमकुंड साहिब में बर्फबारी से ठंड बढ़ी।

  • मानसून की विदाई शुरू: अगले तीन से चार दिनों में गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से मानसून पूरी तरह लौटने की संभावना।

  • दक्षिण और पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अलर्ट: तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, असम और मेघालय में बारिश का येलो अलर्ट जारी।

  • दिल्ली में बादल और हल्की बारिश: राजधानी में आसमान में बादलों की आवाजाही, अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस।

  • तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी: दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में बदलाव का दौर जारी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अब अपने अंतिम चरण में है और कई राज्यों से इसके लौटने की परिस्थितियां बन चुकी हैं। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 8 अक्टूबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों में मानसून गुजरात के बाकी हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और इलाकों तथा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से भी विदा ले लेगा।

हालांकि इस बीच देश के दक्षिण, पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में कई इलाकों में बारिश का दौर जारी रहेगा। दक्षिण भारत, खासतौर पर तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय देश के अलग-अलग भागों में कई चक्रवाती प्रसार और हवाओं का ट्रफ सक्रिय हैं, जिनसे बारिश और आंधी की स्थिति बनी हुई है।

उत्तर भारत में, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर राजस्थान और हरियाणा के ऊपर एक कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वी भारत में, झारखंड और उसके आसपास एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। पूर्वोत्तर में भी असम और उसके आसपास, ओडिशा के तटीय इलाकों से लेकर तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों तक ऊंचाई पर हवाओं का एक ट्रफ जारी है जिसके कारण नमी को दक्षिण से उत्तर की ओर खींच रही है।

कहां-कहां है  बारिश और आंधी-तूफान का अंदेशा?

मौसम विभाग ने आज, आठ अक्टूबर, 2025 असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा कराईकल के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है

इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है। यहां विभाग ने बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

कैसा रहेगा देश की राजधानी के मौसम का मिजाज?

मौसम विभाग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में आज, आठ अक्टूबर को पूरे दिन आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रहेगी और बीच-बीच में हल्की बारिश भी हो सकती है। हवा की रफ्तार के 10 से 15 किमी प्रति घंटे तक रहने का पूर्वानुमान है, जबकि हवा में नमी का स्तर करीब 80 फीसदी तक रह सकता है। आज दिल्ली में अधिकतम तापमान के 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।

वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू और कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी रेकॉर्ड की गई। उत्तराखंड के केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, औली और मुनस्यारी में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जिससे ठंडक बढ़ गई है।

आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी

मौसम विभाग की मानें तो आज, बरसात के साथ-साथ कई राज्यों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। इन राज्यों में दक्षिण आंतरिक कर्नाटक शामिल है, जहां  40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात का अंदेशा जताया गया है

वहीं आज, बिहार, तटीय कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में इस बार मौसम की स्थितियों के कारण कुछ देरी हो रही है। अब जब उत्तरी भारत में शुष्क हवाएं चलने लगी हैं और नमी घट रही है, तो मानसून धीरे-धीरे पीछे हट रहा है।

गुजरात और महाराष्ट्र में मानसून की वापसी के साथ ही दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनों में मध्य भारत और उत्तर भारत में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में अभी सक्रिय रहेगा मौसम

हालांकि, मानसून की विदाई के बावजूद, दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जिससे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के तटीय और आंतरिक हिस्सों में हल्की से लेकर भारी बारिश होती रहेगी।

मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे बिजली गिरने के समय पेड़ों या खुले मैदानों में खड़े न रहें। समुद्री इलाकों में मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्र में  ऊंची लहरें उठ सकती हैं।

कुल मिलाकर, देश के कई हिस्सों में अब मानसून की विदाई हो चुकी है, लेकिन दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। यह मौसम के मिजाज में बदलाव का समय है। एक ओर कुछ राज्यों में सूखापन लौट रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में अभी भी बादल और बारिश लोगों को राहत व चुनौती दोनों देते दिख रहे हैं।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पांच अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, सात अक्टूबर, 2025 को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में  बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, पश्चिम मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, पंजाब और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, सात अक्टूबर, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के महुआ में 6 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के बरेली में 4 सेमी, अलीगढ़ में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के तुनी में 4 सेमी, हिमाचल प्रदेश के ऊना में 4 सेमी, सुंदरनगर में 3 सेमी, मंडी, शिमला-हवाई अड्डा और कांगड़ा प्रत्येक जगह 2 सेमी, पंजाब के पटियाला में 4 सेमी और लुधियाना में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के दिल्ली-रिज और नई दिल्ली-पालम प्रत्येक जगह 4 सेमी, उत्तराखंड के पंतनगर में 4 सेमी, मुक्तेश्वर में 3 सेमी, ओडिशा के चांदबली में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोंताई में 3 सेमी, तेलंगाना के मेडक में 3 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के हरदोई में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।