देश के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है, एक ओर पहाड़ों में भूस्खलन की वजह से परेशानियां बढ़ गई हैं, दूसरी ओर मैदानी इलाकों में जलभराव व बाढ़ से यह आफत बनी हुई है। जबकि राजधानी दिल्ली-एनसीआर में कल, बुधवार यानी नौ जुलाई को जमकर हुई बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत दी है। वहीं, आज सुबह से दिल्ली में बारिश हो रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज, 10 जुलाई, 2025 को राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भारी बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान दिल्ली में अधिकतम तापमान के 32 और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और उससे सटे झारखंड पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही मानसूनी ट्रफ कम दबाव के क्षेत्र से गुजर रही है। देश के विभिन्न हिस्सों में हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 10 जुलाई, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने, गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का अंदेशा जताया गया है, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल, मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, तटीय कर्नाटक, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने तथा तेज हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है, विभाग के द्वारा इन राज्यों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, आंध्र प्रदेश, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
जबकि आज, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, लक्षद्वीप और तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने के भी आसार हैं।
इन राज्यों में अचानक बाढ़ व जलभराव से सावधान
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों के निचले इलाकों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा है।
इसी दौरान जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कठुआ, पुंछ, राजौरी, रामबन, रियासी और उधमपुर जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, हरिद्वार, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में जलभराव व अचनाक बाढ़ का खतरा है।
अलगे 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, बालोद, बलौदा बाजार, धमतरी, दुर्ग, कोरिया, महासमुंद, रायपुर और सूरजपुर जिलों में अचानक बाद के आसार हैं।
इसी दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के बालाघाट, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी और उमरिया जिलों, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अशोकनगर और रायसेन जिलों में भारी बारिश के चलते जलभराव व अचनाक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।
इसी दौरान विदर्भ के भंडारा, गोंदिया और नागपुर जिलों, ओडिशा के बालेश्वर, बारागढ़, बौदा, देवगढ़, केंदुझार, मयूरभंज, सुबरनापुर और सुंदरगढ़ जिलों में भी अचनाक बाढ़ आने के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, अलगे 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बांकुरा, पूर्व-मेदनीपुर, उत्तर 24 परगना, पश्चिम-मेदिनीपुर, पुरुलिया और दक्षिण 24 परगना जिलों तथा झारखंड के धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, रांची, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम जिले में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आज सोमालिया, ओमान और इससे सटे यमन के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, पूर्व-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों, उत्तर-पश्चिम अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों तथा मन्नार की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज,पूर्व मध्य, दक्षिण पूर्व और दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों और पूर्व मध्य, दक्षिण पश्चिम और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खरगोन में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, नौ जुलाई, 2025 को उत्तराखंड के मुक्तेश्वर में 10 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के दमोह-ऑर्ब्स में 10 सेमी, सतना और नौगांव प्रत्येक जगह 4 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के शिवपुरी में 7 सेमी, असम और मेघालय के चेरापूंजी में 5 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, कोंकण और गोवा के माथेरान में 4 सेमी, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 4 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कृष्णानगर में 4 सेमी तथा झारखंड के जमशेदपुर में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।