आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज भारी बारिश के आसार हैं, इन हिस्सों में भी बादलों के 70 मिमी या उससे अधिक बरसने का अनुमान जताया गया है। 
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केरल में चक्रवाती प्रसार बना, कई इलाकों में भारी बारिश, जानें पूरे देश के मौसम का हाल

आज, यानी नौ अक्टूबर के आसपास लक्षद्वीप और उससे सटे दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, कल दक्षिण केरल के ऊपर बना चक्रवाती प्रसार, आज भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे तक लक्षद्वीप और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर मध्य स्तरों तक फैल गया है।

इस चक्रवाती प्रसार से हवाओं की एक ट्रफ निचले स्तरों से उत्तर तटीय तमिलनाडु तक चल रही है। इन गतिविधियों के कारण आज, यानी नौ अक्टूबर के आसपास लक्षद्वीप और उससे सटे दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है

मौसम विभाग ने कहा है कि इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और तीव्र होने के आसार हैं

चक्रवाती प्रसार और कम दबाव का असर भारत के कई हिस्सों पर दिखाई दिया जा सकता है। इसके कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।

दक्षिणी प्रायद्वीप पर भी इसका असर दिखेगा, सप्ताह भर प्रायद्वीप के लक्षद्वीप, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।

तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में भी बादल बरसेंगे तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।

आज, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, लक्षद्वीप, रायलसीमा और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव संबंधी ताजा अपडेट की बात करें तो इस हफ्ते के दौरान यहां के अधिकतर हिस्सों में बिजली गिरने, गरज के साथ बूंदाबांदी तथा बारिश होने का अनुमान है। वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के आसार हैं, इन हिस्सों में भी बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने का अनुमान जताया गया है।

मौसम के ताजा अपडेट के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम, पूर्व और मध्य भारत में अगले एक सप्ताह के दौरान भारी बारिश होने की उम्मीद नहीं है। उत्तर भारत के कई मैदानी इलाकों में उमस भरी गर्मी अभी भी लोगों को सता रही है।

मौसम विभाग की मानें तो आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका है

वहीं आज, मध्य भारत के मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में भी गरज के साथ बूंदाबांदी तथा वज्रपात होने के आसार जताए गए हैं।

समुद्री इलाकों में मौसमी बदलाव की बात करें तो आज, मालदीव, लक्षद्वीप कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के कई इलाकों, केरल और कर्नाटक के तटों तथा मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं। तूफानी हवाओं के चलते मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के मॉनसून की वापसी संबंधी मैप देखें तो यह कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों से विदा हो चुका है। जबकि बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और उत्तर-पूर्वी राज्यों से मॉनसून की विदाई होना अभी बाकी है। विभाग का ताजा अपडेट देखें तो उसमें देश से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई के 15 अक्टूबर तक होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

वहीं, वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगांव, नंदुरबार, नवसारी से लगातार आगे बढ़ रही है। इसलिए अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों से लौटने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।

स्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के भुज में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, आठ अक्टूबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, असम और मेघालय, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में बारिश हुई है गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, बिहार, पश्चिम राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितनी हुई बारिश?

कल, आठ अक्टूबर को झारखंड के रांची में 3 सेमी, विदर्भ के चंद्रपुर में 3 सेमी, तमिलनाडु के धरमपुरी में 3 सेमी, कोडईकनाल में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कोलकाता में 2 सेमी, हल्दिया 2 सेमी, मिजोरम के लेंगपुई 2 सेमी तथा लक्षद्वीप के अगाथी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।