आज से लेकर 30 अप्रैल तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं।  
मौसम

बाड़मेर में पारा 46 डिग्री पार, कई राज्यों में आंधी, पूर्व-पूर्वोत्तर में बारिश के आसार

आज हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख समेत इन राज्यों में लोगों को गर्म हवाओं से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं

Dayanidhi

मौसम विभाग के द्वारा आज, 29 अप्रैल, 2025 की सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज से लेकर 30 अप्रैल तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं। वहीं एक मई को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा एक और दो मई को राजस्थान में भी तूफानी हवाओं के साथ धूल के गुबार उठने का अंदेशा जताया गया है

पिछले कई दिनों से उत्तर के अधिकतर हिस्सों में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है, हालांकि दो मई, 2025 से उत्तर-पश्चिम भारत में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इसके कारण 30 अप्रैल से चार मई के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

पिछले दो दिनों से उत्तराखंड के तमाम पहाड़ी जनपदों में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया, जबकि मैदानी इलाकों में हालत पहले जैसे यानी गर्म और शुष्क बने हुए हैं। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज यानी 29 अप्रैल को भी पूरे प्रदेश में मौसम के शुष्क बने रहने के आसार हैं। साथ ही राज्य के मैदानी इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

दिल्ली-एनसीआर में सतही हवाओं का चलना जारी है, यहां एक बार फिर मौसम करवट बदल सकता है और आज शाम से आंधी-तूफान के साथ बारिश होने का भी पूर्वानुमान लगाया गया है। गर्म हवाओं से झुलस रहे दिल्ली एनसीआर के लोगों को बारिश से राहत मिलने की संभावना जताई गई है।

बदलते मौसम के चलते दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस से कम होकर 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होगा इसके 25 डिग्री सेल्सियस तक बने रहने का पूर्वानुमान है।

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव

देश के अलग-अलग इलाकों में चक्रवाती प्रसार और हवाओं का ट्रफ जारी है, इसके चलते अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश व वज्रपात होने के आसार हैं। वहीं आज, 29 अप्रैल को असम और मेघालय में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि आज, 29 अप्रैल को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

पूर्व और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?

29 अप्रैल से दो मई तक पूर्वी भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 60 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग की मानें तो आज, 29 अप्रैल को ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में ओले गिरने का अंदेशा जताया गया है। जबकि यहां 29 अप्रैल से एक मई तक भारी बारिश होने के आसार हैं, ओडिशा में 115 मिमी या उससे ज्यादा बारिश हो सकती है।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसमी बदलाव

मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक हफ्ते के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, केरल और माहे, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल में 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है

29 अप्रैल से दो मई के दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वहीं, 30 अप्रैल और एक मई को उत्तर आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने का अंदेशा भी जताया गया है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के चार दिनों में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है। वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं।

अगले पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के दो दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की आशंका जताई गई है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नौगांव में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल, पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

मौसम विभाग के मुताबिक आज, 29 अप्रैल, 2025 को हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को गर्म हवाओं से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं

कल, 28 अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लोगों को हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ा।

मौसम विभाग ने लोगों को गर्म हवाओं से बचने की सलाह दी है, विभाग ने कहा है कि कमजोर लोगों जैसे कि शिशुओं, बुज़ुर्गों, पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए हीटवेव के कारण समस्या हो सकती है। सुझाव में गर्मी के संपर्क में आने से बचने, हल्के, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनने को कहा गया है। सिर ढककर रखने, कपड़े, टोपी या छाता का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

वहीं आज, गुजरात, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलती नहीं दिख रही है

आज, गुजरात, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलती नहीं दिख रही है।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 28 अप्रैल को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा असम और मेघालय के कई इलाकों, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 28 अप्रैल को असम और मेघालय के शिलांग में 4 सेमी, सिलचर में 3 सेमी, तेजपुर और बारापानी हर जगह 2 सेमी, मिजोरम के लेंगपुई में 3 सेमी, त्रिपुरा के कैलाशहर में 3 सेमी, अगरतला में 2 सेमी, केरल के कोच्चि और कोट्टायम हर जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।