मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसकी वजह से पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों के दौरान बिजली कड़कने तथा 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
विभाग का कहना है कि आज, यानी 15 मई, 2025 को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में जमकर बादल बरसेंगे, इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। वहीं, 15 और 16 मई को असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, यहां बादलों के 204 मिमी तक बरसने के आसार जताए गए हैं।
15 से 18 मई, 2025 के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि 15 से 18 मई के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में बिजली गिरने और 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की बारिश के जारी रहने का अनुमान है। वहीं आज, 15 मई को गुजरात के अलग-अलग इलाकों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
आज, 15 मई को मध्य महाराष्ट्र में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
जबकि आज, 15 मई, 2025 को मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?
पश्चिमी विक्षोभ मध्य एवं ऊपरी स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। वहीं उत्तराखंड और इससे सटे इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते 15 और 16 मई को उत्तराखंड में, 16 मई को पंजाब, हरियाणा में, 17 और 18 मई को पूर्वी राजस्थान में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसमी बदलाव?
अंडमान सागर पर ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है जिसके चलते अगले पांच दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तथा 15 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में वज्रपात होने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
वहीं आज, 15 मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा छत्तीसगढ़ में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 15 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है। वहीं 15 से 17 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बादलों के जमकर बरसने का दौर जारी रहेगा, यहां भी 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु तट से सटे दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का प्रसार जारी है, जिसके कारण अगले पांच दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे में बिजली गिरने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं, 15 और 16 मई के दौरान तेलंगाना में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने के आसार हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि 15 और 16 मई के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं, 15 से 18 मई के दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक में, 15 से 18 मई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, 15 मई को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां भी 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं।
वहीं अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। अगले चार दिनों के लिए गुजरात में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की आशंका जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य महाराष्ट्र के जेउर में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के अनुसार, 15 से 18 मई के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई हैं। वहीं, 15 से 17 मई के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान में गर्म हवाओं से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
15 मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम,16 से 18 मई के दौरान बिहार तथा 15 और 16 मई के दौरान ओडिशा में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम से छुटकारा मिलता हुआ नहीं दिख रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज 15 मई, 2025 को पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में रात में गर्म मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गतिविधि
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन के कुछ हिस्सों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर के शेष हिस्सों और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल 14 मई को असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, केरल और माहे, मराठवाड़ा तथा विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल 14 मई को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 5 सेमी, पासीघाट में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के माथेरान में 3 सेमी, मराठवाड़ा के उदगीर में 3 सेमी, ओडिशा के परलाखेमुंडी और रायगढ़ हर जगह 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 2 सेमी, असम के गोलपाड़ा और उत्तरी लखीमपुर हर जगह 2 सेमी, त्रिपुरा के कैलाशहर में 2 सेमी, तथा केरल के पलक्कड़ में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।