दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गए हैं पहला चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे इलाकों पर, जबकि दूसरा हवाओं के ट्रफ में जारी है। साथ ही उत्तर-पूर्वी राजस्थान समेत देश के विभिन्न हिस्सों पर हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, 10 मई, 2025 को अपने ताजा अपडेट में कहा है कि 10 और 11 मई को उत्तर-पश्चिम भारत के जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, वज्रपात होने तथा हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
जबकि 10 व 11 मई को उत्तर के मैदानी राज्यों के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में और 10 से 13 मई के दौरान राजस्थान में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग की मानें तो 10 और 11 मई, 2025 को पश्चिम भारत में 60 किमी प्रति घंटे तक की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली कड़कने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?
10 से 13 मई के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने, वज्रपात व हल्की बारिश के दौर के भी जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं 10 से 12 मई, 2025 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में और 11 से 13 मई के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की गति तक की तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
10 से 13 मई के दौरान छत्तीसगढ़ में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार जताए गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 11 से 13 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा होगा मौसमी बदलाव?
विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में 50 किमी प्रति घंटे की गति तक की तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं 10 से 13 मई, 2025 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में, 11 से 15 मई के दौरान असम और मेघालय में भारी बारिश होने के आसार हैं, पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि 10 से 13 मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, कर्नाटक में तूफानी हवाएं चलने हल्की से मध्यम बारिश व बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।
कब आएगा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिणी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ने की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो एक बार फिर पारे में उछाल आना शुरू हो गया है, विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वहीं इसी दौरान मध्य प्रदेश में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक का उछाल आ सकता है। वहीं महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के अजमेर में न्यूनतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 11 और 12 मई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में लू चलने के आसार हैं। 10 से 14 मई के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, 11 से 14 मई के दौरान बिहार और ओडिशा में 12 से 14 मई के दौरान झारखंड में, तथा 14 और 15 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में गर्म हवाओं के दौर के जारी रहने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं आज, यानी 10 मई को बिहार, ओडिशा, केरल और माहे, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तथा 10 और 11 मई को झारखंड में गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, नौ मई को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कई इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, नौ मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के हुट बे में 4 सेमी, जम्मू-कश्मीर-लदाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फाराबाद के कुपवाड़ा और गुलारग प्रत्येक जगह 1 सेमी, हिमाचल प्रदेश के शिमला में 2 सेमी, गुजरात के केशोद, वल्लभ विद्यानगर और भावनगर प्रत्येक जगह 1 सेमी, कोंकण और गोवा के पुणे में 1 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबालेश्वर और मेथा प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।