राजस्थान, गुजरात और उत्तर भारत के कई हिस्सों से मानसून विदा हो चुका है।
सौराष्ट्र-कच्छ और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में गहरा दबाव क्षेत्र सक्रिय।
अरुणाचल, असम-मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र, सौराष्ट्र और कच्छ में येलो अलर्ट। 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश का अनुमान।
अंडमान-निकोबार, ओडिशा, बिहार, झारखंड, पूर्वी यूपी, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30-50 किमी घंटे की तेज हवाएं और वज्रपात के आसार।
देश में अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही मौसम में बड़ा बदलाव दिखाई देने लगा है। जहां एक ओर उत्तर-पश्चिम भारत से मानसून की विदाई का दौर जारी है, वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय कम दबाव के क्षेत्रों के कारण कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आज, एक अक्टूबर, 2025 को जारी अपने बुलेटिन में विस्तृत जानकारी दी है।
मानसून विदाई की स्थिति
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी जारी है। एक अक्टूबर तक मानसून की विदाई की रेखा वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर तक पहुंच चुकी है। इसका मतलब है कि राजस्थान, गुजरात और उत्तर भारत के कई हिस्सों से मानसून अब विदा हो चुका है। आने वाले दिनों में यह प्रक्रिया और तेज होगी और मध्य भारत व गंगा के मैदानी इलाकों से भी मानसून पीछे हट जाएगा।
अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र
सौराष्ट्र-कच्छ और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में एक गहरा कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है। यह अगले 12 घंटों में और तेज होकर डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इसके बाद यह पश्चिम-दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए उत्तर-पश्चिम अरब सागर की ओर जाएगा। इस प्रणाली के कारण गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में भारी बारिश और तेज हवाओं की आशंका जताई गई है।
बंगाल की खाड़ी में भी बना कम दबाव का क्षेत्र
पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में भी एक और गहरा कम दबाव क्षेत्र सक्रिय है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह दो अक्टूबर की सुबह तक डिप्रेशन में बदल जाएगा। इसके बाद इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए तीन अक्टूबर की सुबह दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा। इसके चलते ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं।
साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार जारी है इनसे स्थानीय स्तर पर बारिश, आंधी और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
आज कहां-कहां बरसेंगे बादल?
मौसम विभाग ने जिन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, उनमें अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश का तटीय क्षेत्र तथा सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
कहां है आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी?
मौसम विभाग के मानें तो आज, एक अक्टूबर, 2025 को अंडमान और निकोबार तथा ओडिशा में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात की आशंका जताई है। इसी बीच बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तजे हवाएं चलने, बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं आज, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र (मराठवाड़ा और विदर्भ), तमिलनाड, पुडुचेरी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने के आसार हैं।
अंडमान और निकोबार, आंध्र तट, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है। वहीं आज, सोमालिया तट और आसपास के समुद्री इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तूफानी गतिविधियों को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
कुल मिलाकर, अक्टूबर की शुरुआत में ही देश का मौसम दो अलग-अलग रूप दिखा रहा है। उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून विदाई ले रहा है, जिससे मौसम शुष्क हो रहा है। वहीं पूर्वोत्तर और तटीय राज्यों में निम्न दबाव क्षेत्रों के कारण बारिश का दौर जारी है। आने वाले दिनों में ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तेज बारिश का खतरा सबसे अधिक रहेगा, जबकि गुजरात और पूर्वोत्तर राज्यों में भी भारी वर्षा और आंधी-तूफान की संभावना बनी हुई है।
इस प्रकार, आज का मौसम अपडेट साफ संकेत दे रहा है कि जहां उत्तर भारत में मानसून धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, वहीं दक्षिण और पूर्वी भारत में बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। लोगों को बारिश और आंधी-तूफान के समय सावधानी बरतनी होगी और मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 30 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के बीड में न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 30 सितंबर, 2025 को असम और मेघालय, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम उत्तर प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा तथा उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों, मराठवाड़ा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, बिहार, पश्चिम राजस्थान और पंजाब में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, रायलसीमा, पश्चिम बंगाल में गगन के तटीय इलाकों, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, पश्चिम मध्य प्रदेश, केरल और माहे और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 30 सितंबर, 2025 को असम और मेघालय के डिब्रूगढ़ में 11 सेमी, सिलचर में 6 सेमी, तेजपुर में 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 6 सेमी, पोर्ट ब्लेयर में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के डायमंड हार्बर में 5 सेमी, कोलकाता-अलीपुर में 2 सेमी, पूर्वी राजस्थान के जयपुर में 5 सेमी, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के नई दिल्ली-सफदरजंग में 4 सेमी और नई दिल्ली-पालम में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के तुनी में 3 सेमी, काकीनाडा में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के रायपुर-लालपुर में 3 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 3 सेमी, सुल्तानपुर, कानपुर एयरफोर्स प्रत्येक जगह 2 सेमी, कोंकण और गोवा के मुंबई में 2 सेमी, पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।