जुलाई का महीना आते ही देशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है। गर्मी और उमस के प्रकोप के बाद अब मॉनसून पूरे देश पर छा गया है। जहां देश के पहाड़ी हिस्सों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से भूस्खलन, जलभराव व यातायात में खलल पड़ रही है, वहीं कुछ हिस्सों में बारिश व हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहने की संभावना है।
देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में उतनी बारिश नहीं हो रही है जितनी कि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है। हालांकि दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी देखी जा रही है जिससे तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं आज, दिल्ली में अधिकतम तापमान के 35 डिग्री के आसपास जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी दो जुलाई, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम झारखंड और आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है। हालांकि इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार दक्षिण झारखंड और आसपास के इलाकों में बना हुआ है। मॉनसूनी ट्रफ अब बीकानेर, अजमेर, गुना, सतना, डाल्टनगंज, बाकुरा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य तक पहुंच रही है।
वहीं देश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ लगातार जारी है, इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, दो जुलाई, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, असम और मेघालय, बिहार, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, झारखंड, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तेलंगाना, विदर्भ और पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने तथा तेज हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग की मानें तो आज, दो जुलाई, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में बिजली चमकने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, झारखंड, रायलसीमा, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आज, दो जुलाई, 2025 को तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, ओडिशा और सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने के आसार हैं।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, सोमालिया, ओमान और आसपास के यमन के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, पूर्व-मध्य के कई हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, गुजरात, कोंकण और गोवा के तटों, उत्तर-पूर्व अरब सागर के अधिकांश इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटों तथा उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, एक जुलाई, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, आज तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल एक जुलाई, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, विदर्भ, उत्तराखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और बिहार के अधिकतर इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, पश्चिम उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, असम और मेघालय, सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात, मराठवाड़ा, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, ओडिशा, केरल और माहे, रायलसीमा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाके, पश्चिम मध्य प्रदेश, पंजाब तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल एक जुलाई, 2025 को मराठवाड़ा के परभणी में 5 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के मलाजखंड में 5 सेमी, सीधी में 3 सेमी, मंडला, सिवनी प्रत्येक जगह 2 सेमी, बिहार के डेहरी में 4 सेमी, भागलपुर में 2 सेमी, हिमाचल प्रदेश के मंडी में 4 सेमी, शिमला-हवाई अड्डे में 3 सेमी, सुंदरनगर, शिमला-शहर प्रत्येक जगह 2 सेमी, कोंकण और गोवा के दहानु में 4 सेमी, पंजाब के पटियाला में 3 सेमी, चंडीगढ़ और लुधियाना प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश के शाहपुर में 3 सेमी, शिवपुरी और बैतूल प्रत्येक जगह 2 सेमी, झारखंड के चाईबासा में 2 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उरई में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बेरहामपुर में 2 सेमी, हरियाणा के अंबाला में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।