पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। वहीं, उत्तराखंड, पूर्वी बिहार और उससे सटे उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्व असम तथा अंडमान सागर पर चक्रवाती प्रसार जारी है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए आज, 14 मई, 2025 को उत्तर पश्चिम भारत के पूर्वी राजस्थान में तथा 16 से 19 मई के दौरान उत्तराखंड में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली कड़कने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो 14 मई को गुजरात में, 14 से 17 मई, 2025 के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में वज्रपात होने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।
वहीं आज, 14 मई को मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने तथा साथ ही बौछारें पड़ने का भी पूर्वानुमान है।
पूर्वी और मध्य भारत को लेकर मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि 14 से 17 मई के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा बिहार में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने व हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका जाहिर की गई है। वहीं 14 और 15 मई के दौरान ओडिशा में भी इसी तरह की मौसमी गतिविधि रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो 14 से 16 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो सकती है, जबकि 14 से 17 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में जमकर बरसेंगे बादल, इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव देखें तो विभाग ने कहा है कि अगले चार दिनों के दौरान यहां बिजली गिरने 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है।
वहीं, 14 से 17 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है। जबकि आज, 14 मई 2025 को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है, यहां 204 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
14 से 17 मई के दौरान असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में भी बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां भी 204 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, 14 मई, 2025 को मेघालय के अलग-अलग इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, यहां 204.5 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसमी बदलाव की बात करें तो 14 से 17 मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल में और 14 मई को केरल और माहे में वज्रपात होने 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
14 और 15 मई के दौरान तेलंगाना में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 70 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने साथ ही बौछारें पड़ने के भी आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 14 से 16 मई के दौरान तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, वहीं आज,14 मई को तटीय कर्नाटक, 14 और 15 मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक,केरल और माहे में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
जबकि 14 और 15 मई 2025 को तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि का भी अंदेशा जताया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस का उछाल आने के आसार हैं। वहीं अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है तथा उसके बाद के पांच दिनों तक दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है।
अगले एक हफ्ते के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की आशंका जताई गई है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 13 मई, 2025 को पूर्वी उत्तर प्रदेश के बांदा में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के अनुसार आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में लू या हीटवेव चलने के आसार हैं।
वहीं आज, बिहार, ओडिशा तथा तमिलनाडु और पुडुचेरी के अलग-अलग हिस्सों में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने का अंदेशा जताया गया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की दस्तक
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले तीन से चार दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन के कुछ हिस्सों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर के शेष हिस्सों और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 13 मई को असम और मेघालय के अधिकांश इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों तथा हिमाचल प्रदेश में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी राजस्थान, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 13 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर और हुट बे प्रत्येक जगह 2 सेमी, लॉन्ग आइलैंड में 1 सेमी, आंतरिक कर्नाटक के बेंगलुरु में 3 सेमी, बेलगाम में 1 सेमी, त्रिपुरा के कैलाशहर में 3 सेमी, असम और मेघालय के गोलपारा और चेरापूंजी प्रत्येक जगह 4 सेमी, रंगिया और मोहनबाड़ी प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, गुवाहाटी, गोलाघाट और लुमडिंग प्रत्येक जगह 1 सेमी, ओडिशा के झारसुगुड़ा में 1 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के पुणे में 2 सेमी, हरियाणा के हिसार में 1 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अगाथी में 2 सेमी तथा झारखंड के जमशेदपुर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।