मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 21 जून, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले दो दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष इलाकों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के बाकी इलाकों तथा जम्मू और कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों तथा लद्दाख के कुछ और इलाकों में पहुंचने की संभावना है।
जबकि इसी दौरान पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाकों, चंडीगढ़ और दिल्ली के बाकी बचे हुए हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दस्तक देने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
वहीं, अब तक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश के शेष इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में दस्तक दे चुका है।
कहां-कहां होगी गरज के साथ भारी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण बिहार और आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण पश्चिम बिहार और आसपास के इलाकों में बना गया है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने तथा कमजोर पड़ने की संभावना है।
उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश से उत्तरी गुजरात तक इन चक्रवाती प्रसारों के पार उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास के इलाकों में हवाओं का ट्रफ बना हुआ है।
वहीं, उत्तर-पश्चिम राजस्थान से मेघालय तक पूर्व-पश्चिम ट्रफ उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास के दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर बना चक्रवाती प्रसार दक्षिण-पश्चिम बिहार व इससे सटे इलाकों तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 21 जून, 2025 को असम और मेघालय, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
जबकि आज, उत्तर भारत के जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, राजस्थान तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश तथा वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है, इन सभी राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने का अनुमान है।
वहीं आज, बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने के आसार हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आज सोमालिया तट, ओमान और इससे सटे यमन के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर हिस्सों, पूर्व-मध्य, उत्तर और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की सलाह दी है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, देश के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, यानी तापमान के जस के तस बने रहने के आसार हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 20 जून, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम?
आज, यानी 21 जून, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा में, 21 और 22 जून को तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं।
कल कहां हुई भारी बारिश?
कल, 20 जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में जमकर बरसे बादल।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 20 जून को पूर्वी राजस्थान के कोटा में 11 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के झांसी में 8 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के गुना में 6 सेमी, असम और मेघालय के उत्तरी लखीमपुर में 6 सेमी बारिश दर्ज की गई।