मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और बिहार के अलग-अलग इलाकों में 30 नवंबर तक और उत्तर प्रदेश में दो दिसंबर की देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका व्यक्त की गई है।
वहीं कल, यानी 28 नवंबर की रात से आज सुबह तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा। जबकि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया।
आज दिल्ली और एनसीआर में आसमान साफ रहेगा। सुबह के समय हवाओं की रफ्तार के चार किमी प्रति घंटे से कम रहने का अनुमान है। इसी दौरान धुंध व मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं। दोपहर के समय हवाओं की गति बढ़कर छह किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। शाम और रात होते-होते हवाओं की रफ्तार के घटकर चार किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, शाम और रात में धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
आज, यानी 29 नवंबर से उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदल सकता है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से इसका प्रभाव उत्तराखंड में मौसम के बदलाव की रूप में दिख सकता है। बारिश-बर्फबारी के चलते यहां पारे में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि आने वाले दिनों में भले ही पश्चिमी विक्षोभ का असर दिख सकता है लेकिन राज्य में फिलहाल बारिश होने की संभावना नहीं दिख रही है,यानी तमाम जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है। प्रदेश की राजधानी देहरादून का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की संभावना है।
मैदानी इलाकों में कोहरा छाए रहने और पहाड़ी इलाकों में पाला पड़ने के भी आसार जताए गए हैं। इसके कारण दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस और रात के समय में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इसके चलते प्रदेश के अधिकतर जिलों में ठिठुरन बढ़ने की आशंका जताई गई है।
तूफानी गतिविधि के चलते भयंकर बारिश के आसार
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन लगातार जारी है, इसके कारण आज, उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भयंकर बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में भी 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। जबकि आज, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने का पूर्वानुमान है।
वहीं कल यानी 28 नवंबर को भी तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश का दौर जारी रहा। कल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कराईकल और नागपट्टिनम प्रत्येक जगह 10 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के मंडला में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
समुद्र में हलचल
तूफानी गतिविधि के चलते समुद्री इलाकों में हलचल बढ़ गई है, इसके कारण आज, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 65 से 75 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 85 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं आज, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के आस-पास के हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं आज, पूर्वी श्रीलंका के तटों पर 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, दक्षिण तमिलनाडु तट और मन्नार की खाड़ी के आसपास 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।