दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई उम्मीद नहीं है। यहां अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक गर्मी से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। 
मौसम

दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी, दक्षिण व पूर्वोत्तर में 120 मिमी से ज्यादा बरस सकते हैं बादल

अगले दो से तीन दिनों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी होने का अनुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि लक्षद्वीप और उसके आस-पास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। हवाओं का एक ट्रफ दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से लक्षद्वीप के ऊपर चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। इनके कारण कल, यानी नौ अक्टूबर के आसपास लक्षद्वीप और उससे सटे दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। मौसम विभाग ने कहा कि उसके बाद दबाव के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।

इन मौसमी गतिविधियों के चलते इस हफ्ते भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। इसी दौरान रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में भी बिजली गिरने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की भी संभावना है।

वहीं इस सप्ताह के दौरान केरल और माहे के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है। आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में भी बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरसने का अनुमान है।

वहीं आज, तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में बारिश का दौर जारी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 15 लोगों की मौत होने की खबर है।

मौसम विभाग ने इस सप्ताह भी पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने का अनुमान लगाया है। जबकि आठ से 11 अक्टूबर के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन दोनों राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है। वहीं आज और कल नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन राज्यों में भी बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

पश्चिमी भारत में मौसम में बदलाव संबंधी अपडेट देखें तो इस हफ्ते के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना है। जबकि इस हफ्ते के दौरान गुजरात में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है।

उत्तर-पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, उत्तर के कुछ पहाड़ी राज्यों में सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस होने लगी है। जबकि दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी का प्रकोप जारी है, यहां पारा 26 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आसमान साफ रहने और आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है, अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई उम्मीद नहीं है। यहां अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक गर्मी से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

समुद्री इलाके जो मौसम में बदलाव के अभिन्न अंग हैं, यहां मौसमी हलचल की बात करें तो मौसम विभाग ने कहा है की आज, मालदीव, लक्षद्वीप के इलाकों और निकटवर्ती कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर के कई हिस्सों, केरल तट के साथ-साथ, मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदा पुरम, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी से होकर गुजर रही है। इसके चलते अगले दो से तीन दिनों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी होने का अनुमान है

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, सात अक्टूबर को उत्तराखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गोवा, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।