ओडिशा के कुछ तटीय इलाकों में भयंकर बारिश (204.5 मिमी से अधिक) होने का अंदेशा। 
मौसम

पूर्वोत्तर-दक्षिण में भारी बारिश, ओडिशा में रेड अलर्ट, तटीय हिस्सों में चक्रवात का खतरा

बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय दबाव संबंधी गतविधियां जारी है, इनकी वजह से कई राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा बढ़ गया है।

Dayanidhi

🔴 ओडिशा में रेड अलर्ट – बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के कारण ओडिशा के कुछ तटीय इलाकों में भयंकर बारिश (204.5 मिमी से अधिक) होने का अंदेशा।

🟠 पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश – असम, मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 115.6–204.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान।

🟡 अन्य राज्यों में बारिश का येलो अलर्ट – अरुणाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सौराष्ट्र, कच्छ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और विदर्भ में 64.5–115.5 मिमी तक बारिश के आसार।

🌪️ आंधी-तूफान और तेज हवाओं की चेतावनी – ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश व अंडमान–निकोबार में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की तूफानी हवाएं और वज्रपात का खतरा।

भारत में अक्टूबर महीने की शुरुआत के साथ ही मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है। एक ओर जहां देश के उत्तर-पश्चिम हिस्सों से मानसून की विदाई हो रही है, वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय दबाव संबंधी गतविधियां जारी है।

इनकी वजह से कई राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा बढ़ गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दो अक्टूबर, 2025 को पूर्वी तट और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई

दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई की रेखा लगातार वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर से होकर गुजर रही थी। यानी राजस्थान, गुजरात और मध्य भारत के कई हिस्सों से मानसून धीरे-धीरे लौट चुका है। लेकिन पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में अभी भी इसका असर साफ दिखाई दे रहा है।

बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन का खतरा

पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह अब एक गहरे दबाव (डीप डिप्रेशन) में तब्दील हो गया है। आज, दो अक्टूबर, 2025 की रात से तीन अक्टूबर की सुबह के बीच इसके ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराने का पूर्वानुमान है। इसके चलते तटीय जिलों में तेज हवाओं के साथ भयंकर बारिश होने का खतरा जताया गया है।

अरब सागर में दबाव हुआ सक्रिय

मौसम विभाग की मानें तो अरब सागर में भी एक और दबाव सक्रिय है। उत्तर-पूर्वी अरब सागर और सौराष्ट्र तट पर बना कम दबाव के क्षेत्र अब डिप्रेशन में बदल चुका है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके अगले तीन दिनों तक धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम अरब सागर की ओर बढ़ेगा, हालांकि भारत के तटीय इलाकों पर इसका सीधा असर सीमित रहेगा।

साथ दक्षिण बांग्लादेश, असम और राजस्थान के ऊपर चक्रवाती प्रसार सक्रिय हैं। हवाओं का ट्रफ सौराष्ट्र और कच्छ से होकर पूर्वी राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश तक फैली हुई है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश के दौर के जारी रहने के आसार हैं।

कहां-कहां है भारी बारिश का अंदेशा?

साथ ही विभाग ने उपरोक्त अलग-अलग गतिविधियों को देखते हुए आज, दो अक्टूबर, 2025 को कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ राज्यों में भीषण बारिश और आंधी-तूफान की आशंका जताई है।

इन राज्यों में ओडिशा शामिल है, जहां सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा। ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।

जबकि आज, दो अक्टूबर, 2025 को असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज अरुणाचल प्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और विदर्भ में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।

आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी

मौसम विभाग की मानें तो आज, बारिश के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और तटीय आंध्र प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है

वहीं आज, बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा बौछारें पड़ने के आसार हैं। जबकि आज, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, असम, उत्तराखंड और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली चमकने की आशंका जताई गई है।

अक्टूबर की शुरुआत में जहां उत्तर भारत मानसून विदाई के मौसम से गुजर रहा है, वहीं पूर्वी और तटीय राज्यों पर अब भी मानसून की पकड़ मजबूत बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय दबाव संबंधी गतिविधियां अगले कुछ दिनों तक मौसम को प्रभावित करेंगी। खासतौर पर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अगले 48 घंटों तक सावधानी बरतने की जरूरत है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और तटीय जिलों में राहत दलों को सतर्क कर दिया गया है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, एक अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेउर में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, एक अक्टूबर, 2025 को तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना, गुजरात, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तथा केरल और माहे के कई के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, एक अक्टूबर, 2025 को असम के हाजो में 13 सेमी, पथरुघाट, अमीनगांव, आईएएसएसटी_कामरूप, बारपेटा_एआरजी प्रत्येक जगह 9 सेमी, गुवाहाटी विश्वविद्यालय, चिरांग प्रत्येक जगह 7 सेमी, डाउन टाउन यूनिवर्सिटी, सुआलकुची, गरुखुटी प्रत्येक जगह 6 सेमी, चंद्रपुर में 5 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के हासीमारा, माल और अलीपुरद्वार प्रत्येक जगह 5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बशीरहाट में 6 सेमी, झारखंड के लोहरदगा में 6 सेमी, तेलंगाना के पाटा मंचेरियल में 5 सेमी, जीएम कार्यालय श्रीरामपुर में 4 सेमी, मेघालय के बारापानी में 4 सेमी, नागालैंड के कोहिमा में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।