आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के 120 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार  
मौसम

पूर्वोत्तर में भारी बारिश, जानें देश के अन्य हिस्सों में कैसा है मौसम का मिजाज

उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत में अगले एक सप्ताह के दौरान भारी बारिश होने की उम्मीद नहीं है, अर्थात यहां मौसम शुष्क बना रहेगा।

Dayanidhi

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। इस चक्रवाती प्रसार से निचले स्तरों पर म्यांमार तट से होते हुए उत्तरी अंडमान सागर तक हवाओं का एक ट्रफ बन गया है। इसके कारण चार अक्टूबर के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है

उपरोक्त हवाओं की चक्रवातीय गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में इस सप्ताह के दौरान खासकर पूर्वोत्तर के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। इसी दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।

वहीं इस हफ्ते बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने के भी आसार जताए गए हैं।

आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, पूर्वोत्तर भारत के इन राज्यों में बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।

वहीं आज, भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल एवं माहे के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसेंगे बादल इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ वज्रपात होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

आज, तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश होने के भी आसार जताए गए हैं।

मध्य भारत के मौसम की बात करें तो अगले कुछ दिनों के दौरान विदर्भ, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि आज पश्चिमी मध्य प्रदेश में गरज के साथ बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है

मौसम विभाग की मानें तो उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत में किसी तरह का मौसमी बदलाव नहीं दिख रहा है। अगले एक सप्ताह के दौरान इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की उम्मीद नहीं है, अर्थात यहां मौसम शुष्क बना रहेगा।

समुद्री इलाके जो कि मौसम में अहम बदलाव करने के लिए जाने जाते हैं, उनमें मौसमी हलचल देखें तो आज, मन्नार की खाड़ी, उत्तर-पूर्व के कई इलाकों और बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम के आसपास तथा पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। तूफानी मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून धीरे-धीरे वापसी कर रहा है, मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ और इलाकों तथा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर में अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के डीसा में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, दो अक्टूबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के अधिकतर इलाकों, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, विदर्भ, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।