देश भर में मानसून अपनी चरम पर है, भारत के आठ राज्य ऐसे हैं जो बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं। इनमें से एक राजस्थान की बात करें तो यहां 69 साल बाद इतनी बाढ़ आई है, खासकर धौलपुर जो भयंकर बाढ़ की चपेट में है। राजस्थान में भारी बारिश के पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इन सभी के पीछे बदलती जलवायु जिम्मेवार है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की ट्रफ देश के विभिन्न इलाकों से गुजर रही है, पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी स्तरों पर चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है तथा अलग-अलग राज्यों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
इन मौसमी गतिविधियों के चलते, मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा गया है कि आज, दो अगस्त, 2025 को असम और मेघालय तथा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने का अंदेशा है। विभाग ने अधिकतर राज्यों के लिए आज रेड अलर्ट जारी किया है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश और बिहार के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल, इन दोनों राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, दो अगस्त, 2025 को हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात होने का अंदेशा है। उत्तर के इन राज्यों में मौसम विभाग ने भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने तथा भारी वर्षा होने की आशंका है। इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है, यहां भी येलो अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, ओडिशा तथा विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
इन राज्यों में अचानक बाढ़ व जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों तथा जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के डोडा, कठुआ और उधमपुर जिलों में पानी भरने तथा अचानक बाढ़ आने का खतरा है।
इसी दौरान उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल तथा उत्तरकाशी जिलों में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने व जलभराव का अंदेशा जताया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खरगोन में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई भारी बारिश?
कल, एक अगस्त, 2025 को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिमी राजस्थान और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, एक अगस्त, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर में 11 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुड्डालोर में 7 सेमी, पुडुचेरी में 4 सेमी, टोंडी में 3 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 7 सेमी, असम और मेघालय के तेजपुर और उत्तरी लखीमपुर प्रत्येक जगह 6 सेमी, सिलचर में 3 सेमी, डिब्रूगढ़ में 2 सेमी, बिहार के पटना-हवाई अड्डा और भागलपुर प्रत्येक जगह 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, लक्षद्वीप के अमिनदिवी में 3 सेमी, ओडिशा के पुरी में 3 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता-दम दम और दीघा प्रत्येक जगह 2 सेमी, पंजाब के पटियाला में 2 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के भद्रवाह में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।