आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 120 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।  
मौसम

पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अलर्ट, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम व मध्य भारत में शुष्क रहेगा मौसम

आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, इन सभी राज्यों में बादलों के 70 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।

Dayanidhi

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में मौसम संबंधी अलग-अलग गतिविधियों का जिक्र किया है। जिसमें कहा गया है कि कोमोरिन के इलाकों और इससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर एक चक्रवाती प्रसार यानी हवाओं का दबाव बना हुआ है और इसके निचले स्तरों में उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक हवाओं का ट्रफ जारी है।

दूसरी ओर मध्य स्तरों पर पूर्वोत्तर असम और उसके निकटवर्ती इलाकों पर एक और चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसका मतलब है कि इस सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर के कई इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।

इस हफ्ते पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकांश इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है

वहीं आज और कल पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा नागालैंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बादलों के जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे ज्यादा पानी गिर सकता है।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसमी गतिविधि देखें तो चक्रवाती प्रसार की वजह से इस सप्ताह के दौरान केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप में गरज के साथ वज्रपात होने तथा हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है।

अगले सात दिनों में तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली चमकने का अनुमान है। इसी दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा तथा तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, इन सभी राज्यों में बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में अगले एक सप्ताह के दौरान मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों के दौरान राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ और हिस्सों तथा जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बार करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, एक अक्टूबर को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितनी हुई बारिश?

कल, एक अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के कैनिंग में 5 सेमी, उलूबेरिया में 1 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के महुवा में 1 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 1 सेमी, तमिलनाडु के मदुरै में 3 सेमी, लक्षद्वीप के अगाथी में 1 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के माया बंदर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।