आज, एक जुलाई, 2025 को बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। 
मौसम

जानिए, आज होगी कहां कितनी बारिश, कहां रहें अलर्ट

पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय हिस्सों और उसके आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय हिस्सों और उसके आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और झारखंड से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है। देश के कुछ हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ भी जारी है।

वहीं, मॉनसूनी ट्रफ श्रीगंगानगर, रोहतक, अलीगढ़, वाराणसी, देहरी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों और उसके आस-पास के हिस्सों पर बने कम दबाव वाले क्षेत्र से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रही है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए आज, एक जुलाई, 2025 को बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार जताए हैं, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा पंजाब में वज्रपात होने, तथा गरज के साथ भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, इन राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने के आसार हैं।

आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, गुजरात, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, विदर्भ और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग की मानें तो आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में बिजली चमकने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया गया है।

आज, एक जुलाई, 2025 को पूर्वी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, ओडिशा, रायलसीमा और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा बौछारें पड़ने के आसार हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, कोकण और गोवा, ओडिशा तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, सोमालिया, ओमान और इससे सटे यमन के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, पूर्व-मध्य अरब सागर के अधिकांश हिस्सों, उत्तर-पूर्व अरब सागर के कई इलाकों, उत्तर-पश्चिम अरब सागर के कई हिस्सों, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश के तटों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

आज, पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य अरब सागर के आसपास के इलाकों, उत्तर पूर्व अरब सागर के अधिकतर हिस्सों, गुजरात, उत्तरी कोंकण के तटों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने का अंदेशा जताया गया है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने का सुझाव दिया है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खरगोन और नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल, राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम?

आज, एक जुलाई, 2025 को रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने का अंदेशा जताया गया है

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 30 जून, 2025 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना, विदर्भ, कोंकण और गोवा के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, पंजाब, बिहार, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्व मध्य प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा मराठवाड़ा के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां बरसे पांच सेमी या उससे अधिक बादल?

कल, 30 जून, 2025 को पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 10 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 9 सेमी, बहराइच में 7 सेमी, असम और मेघालय के तेजपुर में 7 सेमी, डिब्रूगढ़ में 5 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 6 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के बरेली में 5 सेमी, झारखंड के जमशेदपुर में 5 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के द्वारका में 5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।