आज, 17 मार्च, 2025 को ओडिशा के कई हिस्सों में प्रचंड लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। 
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अरुणाचल में भारी बारिश-बर्फबारी, ओडिशा, झारखंड में लू, जानें पूरे देश के मौसम का हाल

16 मार्च 2025 को ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि रेकॉर्ड की गई

Dayanidhi

17 मार्च की सुबह मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक हवाओं का एक चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर असम और निचले स्तरों पर जारी है। इसके कारण अरुणाचल प्रदेश में अगले सात दिनों तक तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बर्फबारी तथा बिजली गिरने के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है।

जबकि आज यानी 17 मार्च, 2025 को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश व बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं, यहां 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश व बर्फबारी के चलते लोगों को सावधानी बरतने का सुझाव दिया है, जिसमें कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी इलाकों में अंडरपास बंद हो सकते हैं।

भारी बारिश के कारण कभी-कभी दृश्यता में कमी आ सकती है। सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यातायात में रुकावट आ सकती है, जिससे यात्रा का समय बढ़ जाएगा।

कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान होने का अंदेशा जताया गया है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। स्थानीय स्तर पर भूस्खलन व मिट्टी के धंसने की आशंका भी जताई गई है। बाढ़ के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने का भी अंदेशा जताया गया है।

अरुणाचल प्रदेश में खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी को निकालने की व्यवस्था करने को कहा गया है। खेती की तैयारी और झूम धान और मक्का की बुवाई को फिलहाल स्थगित करने की सलाह दी गई है।

आज, 17 मार्च को असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज हवाओं के साथ वज्रपात, हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है और अगले पांच दिनों तक इन मौसमी गतिविधियों के जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

वहीं कल, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि रेकॉर्ड की गई

उत्तर पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो फिलहाल यहां मौसम के शुष्क रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू के निचले और मध्य स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में इसके किसी प्रकार के असर के बारे में नहीं बताया है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग की मानें तो अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की आशंका है।

वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के तीन से चार दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के तीन दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।

वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 16 मार्च, 2025 को ओडिशा के बौद्ध में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, आज, यानी 17 मार्च, 2025 को ओडिशा के कई हिस्सों में प्रचंड लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, तेलंगाना और विदर्भ के अलग-अलग हस्सो में लोगों को लू का कहर झेलना पड़ सकता है।

विभाग के मुताबिक, आज, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने के आसार हैं। वहीं कल, यानी 16 मार्च को झारखंड, ओडिशा और विदर्भ में लोगों को भीषण लू या हीटवेव से दो चार होना पड़ा।

वहीं आज, यानी 17 मार्च, 2025 को तटीय गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग मैदानी इलाकों में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम का सितम झेलना पड़ सकता है

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि लंबे समय तक धूप में रहने वाले या भारी काम करने वाले लोगों में भीषण गर्मी से होने वाली बीमारियों के आसार बढ़ जाते हैं। विभाग ने अपने सुझाव में कहा गया है कि शिशुओं, बुजुर्गों, पुरानी बीमारियों वाले जैसे कमजोर लोगों के लिए स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।

मौसम विभाग ने इन हिस्सों में लोगों को गर्मी के संपर्क में आने से बचने, अपने आपको ठंडा रखने और निर्जलीकरण से बचने की भी सलाह गई गई है। प्यास न लगने पर भी पानी पीने, खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस, घर के बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

इसके अलावा ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और उत्तरी तेलंगाना में खड़ी फसलों, सब्जियों और बगीचों को गर्मी के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और लगातार सिंचाई करने को कहा गया है।

कटी हुई फसल को सुरक्षित स्थानों पर रखने या खेतों में तिरपाल से ढकने की सलाह दी गई है। बागवानी फसलों को बाहर से सहायता देने और सब्जियों को गिरने से बचाने के लिए उन्हें सहारा देने को कहा गया है।

कल कहां हुई बारिश व बर्फबारी?

कल, 16 मार्च को हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बारिश या बर्फबारी दर्ज की गई।

वहीं कल, केरल और माहे,तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बादल बरसे या बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 16 मार्च को हिमाचल प्रदेश के भुंतर कुल्लू में 1 सेमी, असम और मेघालय के उत्तरी लखीमपुर में 1 सेमी, केरल और माहे के कोट्टायम में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।