12 से 14 जून के दौरान जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई इलाकों में लू या हीटवेव चलने के आसार हैं, जबकि आज, यानी 12 जून को इन राज्यों के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। फोटो साभार: आईस्टॉक
मौसम

दिल्ली-एनसीआर समेत आधे भारत में तपन, दक्षिण में भयंकर बारिश का अलर्ट

अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ और हिस्सों में दस्तक दे सकता है।

Dayanidhi

दिल्ली-एनसीआर समेत आधे से ज्यादा भारत तप रहा है, लू और उमस भरी गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 12 जून, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं दिख रहे हैं, यानी प्रचंड गर्मी के दौर के अभी जारी रहने के आसार हैं।

हालांकि तीन दिनों के बाद तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है, जिससे गर्मी से मामूली राहत मिल सकती है।

वहीं अलगे, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में भी कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, उसके बाद के तीन दिनों में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो देश के बाकी इलाकों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 11 जून, 2025 को पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 48.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में तेलंगाना के मेडक में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल, 11 जून, 2025 को पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 48.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम, कहां चलेगी लू?

मौसम विभाग के मुताबिक, 12 से 14 जून के दौरान जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई इलाकों में लू या हीटवेव चलने के आसार हैं, जबकि आज, यानी 12 जून को इन राज्यों के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है

12 और 13 जून को हिमाचल प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि आज, 12 जून को इन राज्यों के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने का अंदेशा जताया गया है।

पश्चिमी राजस्थान में भी लोग लू के कहर से बच नहीं पाएंगे, विभाग की मानें तो 12 से 15 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में गर्म हवाएं चलने के आसार हैं, जबकि 12 और 13 जून के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में भीषण लू का प्रकोप रह सकता है।

आज, 12 जून, 2025 को बिहार तथा असम और मेघालय में गर्म और उमस भरे मौसम से राहत  मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

कहां होगी गरज के साथ बारिश, कहां गिरेगी बिजली?

मौसम विभाग के अनुसार, आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय तट से दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर, ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, साथ ही मॉनसूनी गतिविधि भी जारी है।

जिसके कारण आज तटीय कर्नाटक, आंतरिक कर्नाटक और कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में 50 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, यहां 204.5 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

जबकि आज, 12 जून को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा और तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में  30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, यहां बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने का अनुमान लगाया गया है।

वहीं आज, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक और आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में तेज सतही हवाएं चलने का भी अंदेशा जताया गया है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश व  हरियाणा के ऊपर, ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है, साथ ही पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में बना हुए है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते 12 से 17 जून, 2025 के दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने, हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन दोनों राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।  

जबकि 12 से 17 जून के दौरान उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में  गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

जानें कहां पहुंचा मॉनसून?

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान मध्य और आसपास के पूर्वी भारत, यानी विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दस्तक दे सकता है

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 11 जून को केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, उत्तराखंड, असम और मेघालय, पूर्वी मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तथा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 11 जून को तटीय कर्नाटक के होनावर व कारवार प्रत्येक जगह 4 सेमी, मैंगलोर में 3 सेमी, केरल और माहे के कोच्चि में 4 सेमी, पुनालुर में 3 सेमी, त्रिशूर में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के दीघा में 3 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बागडोगरा में 2 सेमी, ओडिशा के भुवनेश्वर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।