☀️ दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का प्रकोप : सितंबर के अंत में भी दिल्ली का पारा 38 डिग्री तक, उमस भरी गर्मी से राहत नहीं।
🔴 सौराष्ट्र और कच्छ में रेड अलर्ट : 204.5 मिमी से अधिक बारिश की आशंका, कई जिलों में बाढ़ का खतरा।
🟠 महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में ऑरेंज अलर्ट : 115.6–204.4 मिमी तक बारिश के आसार, नासिक-पुणे समेत कई जिलों पर असर।
🟡 पूर्वोत्तर और अंडमान में येलो अलर्ट: 64.5–115.5 मिमी तक बारिश, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ में तेज बरसात।
⚡ तूफानी हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी : गुजरात, आंध्र प्रदेश और बिहार-झारखंड में 30 से 50 किमी प्रति घंटा की तेज हवाएं व वज्रपात की आशंका।
उत्तर भारत के कई राज्यों से मानसून की विदाई के साथ ही तापमान में उछाल देखा जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली और इससे सटे एनसीआर में गर्मी का कहर जारी है। यहां लोगों को उमस भरी गर्मी का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
आमतौर पर सितंबर के अंतिम सप्ताह के दौरान मौसम में हल्की ठंडक महसूस होने लगती थी, लेकिन इस साल मौसम का रुख कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है। ठंडक तो महसूस नहीं हो रही हैं हालांकि यहां तापमान 38 डिग्री तक पहुंच रहा है।
मौसम विभाग के द्वारा आज, 29 सितंबर, 2025 को अपने ताजा अपडेट में दिल्ली को ग्रीन जोन में रखा है, इसका मतलब है कि यहां बारिश की कोई संभावना नहीं है। यहां तापमान की बात करें तो आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 38 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रहने का पूर्वानुमान है।
भारत में मानसून की विदाई इस समय धीमी गति से हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों तक दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की स्थितियां अनुकूल नहीं हैं। इस दौरान उत्तर भारत को छोड़कर देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, कई राज्यों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं और आंधी की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, उत्तर मध्य महाराष्ट्र और आसपास के इलाकों में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र अब पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए आज, 29 सितंबर, 2025 की सुबह 5:30 बजे तक कंबे की खाड़ी (गुल्फ ऑफ कंबे) और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है। अनुमान है कि यह पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए यानी 30 सितंबर, 2025 को दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र होते हुए एक अक्टूबर, 2025 को यह उत्तर-पूर्वी अरब सागर में पहुंच जाएगा।
कम दबाव वाला क्षेत्र आगामी दिनों में भी पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए सौराष्ट्र क्षेत्र को पार करेगा और एक अक्टूबर, 2025 तक यह उत्तर-पूर्वी अरब सागर में प्रवेश कर सकता है। इससे अरब सागर के तटीय क्षेत्रों में मौसम की गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
इसके अलावा, उत्तर महाराष्ट्र से लेकर छत्तीसगढ़, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी तक हवाओं का ट्रफ सक्रिय है। इस ट्रफ के कारण मध्य और पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी।
साथ ही देश के कुछ हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके कारण एक अक्टूबर तक उत्तरी और मध्य बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जिससे पूर्वी भारत और उत्तर-पूर्व भारत के राज्यों में बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं।
कहां होगी भारी बारिश?
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों की वजह से आज, 29 सितंबर, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने की आशंका जताई गई है। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि यहां 204.5 मिमी से अधिक बादलों के बरसने के आसार हैं।
वहीं आज, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, 29 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। विभाग ने इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
बिजली गिरने और आंधी-तूफान की चेतावनी
बरसात के साथ-साथ आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं। वहीं आज, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आज, असम और मेघालय, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मराठवाड़ा, राजस्थान, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में गरज के साथ बौछारें व वज्रपात हो सकता है।
कहां है बाढ़ का खतरा?
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, भारी बारिश के चलते अगले 24 घंटों में कई जिलों में अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) का खतरा बना हुआ है।
इन जिलों में गुजरात का भरूच और सूरत, सौराष्ट्र और कच्छ के अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़ जिले शामिल हैं, जहां अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
वहीं अगले 24 घंटों में कोंकण और गोवा के मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, पालघर, रायगढ़, ठाणे जिलों तथा मध्य महाराष्ट्र के नासिक और पुणे जिलों में भी अचानक बाढ़ का खतरा जताया गया है।
विभाग ने इन जिलों में रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि तेज बारिश से नदियों और नालों में पानी का स्तर अचानक बढ़ सकता है।
कुल मिलाकर सितम्बर का अंतिम सप्ताह मानसून की विदाई के लिए सामान्यतः जाना जाता है, लेकिन इस साल सक्रिय काम दबाव के क्षेत्रों और चक्रवातीय प्रसार की वजह से मानसून की वापसी में देरी हो रही है। आने वाले दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, पूर्वोत्तर राज्यों और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 28 सितंबर, 2025 को राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेऊर में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 28 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा, केरल और माहे, झारखंड तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, गुजरात, असम और मेघालय, सौराष्ट्र और कच्छ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी राजस्थान, बिहार, पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 28 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा के पालघर में 12 सेमी, दहानू, मुंबई और माथेरान प्रत्येक जगह 9 सेमी, टी.बी.आई.ए में 6 सेमी, मुंबई के सांताक्रूज में 5 सेमी, गुजरात के भरूच और नर्मदा हर जगह 10 सेमी, सूरत, मखदुमपुर और हंसोट हर जगह 8 सेमी, वलसाड में 7 सेमी, दाहोद और डांग हर जगह 6 सेमी, खेड़ा में 5 सेमी, मवसारी और पंचमहल हर जगह 4 सेमी, तापी में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, तटीय कर्नाटक के कारवार और होनावर प्रत्येक जगह 7 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के नासिक में 5 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के महुवा में 4 सेमी, दमन में 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मायाबंदर और मध्य अंडमान हर जगह 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।