मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं के ट्रफ संबंधी गतिविधियों का जिक्र किया है। साथ ही देश के कई हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी बारिश भी जारी है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों के चलते अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना है, यहां 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। वहीं आज, छह जून, 2025 को असम और मेघालय में बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन दोनों राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
उत्तर-पश्चिम भारत में किस करवट बदलेगा मौसम?
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में बढ़ोतरी को छोड़कर किसी तरह की गतिविधि का जिक्र नहीं किया है। मौसम विभाग की मानें तो आठ से 11 जून, 2025 के दौरान पश्चिमी राजस्थान में गर्म हवाओं के दौर के जारी रहने का अंदेशा जताया गया है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग की मानें तो अगले एक सप्ताह के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने का पूर्वानुमान है, यहां बादलों के 15.6 से 64.4 मिमी तक बरसने का अनुमान है।
छह और सात जून, 2025 को मध्य प्रदेश में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
आज से लेकर नौ जून तक विदर्भ और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने का अनुमान है, इन दोनों राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, छह जून, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले एक हफ्ते के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, यहां 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं, छह और सात जून को तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने, तथा हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में 15.6 से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे चार से छह डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की आशंका जताई गई है। वहीं अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस का उछाल आने के आसार हैं।
अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की आशंका जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के पिलानी में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम?
आज, छह जून, 2025 को ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार आज, सोमालिया तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की सलाह दी है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच जून को असम और मेघालय तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों, लेह-लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, पांच जून को कोंकण और गोवा के टी.बी.आई.ए में 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 3 सेमी, नासिक में 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के रायसेन में 2 सेमी, ओडिशा के तालचेर में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।